रुद्रप्रयाग: जिला मुख्यालय में आए दिन बारिश हो रही है. जिस कारण केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिर रहे हैं. अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग तक केदारनाथ हाईवे पर 10 ऐसे स्थान हैं, जहां सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ है. कीचड़ इतना ज्यादा है कि बस और ट्रक भी इसमें फंस रहे है और हाईवे पर जाम लग रहा है.
बारिश की वजह से केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों के परेशानी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रुद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड तक तीन घंटे में आसानी से पहुंचा जा सकता है, लेकिन इन दिनों रुद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड पहुंचने में छह से आठ घंटे का समय लग रहा है.
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केदारनाथ हाईवे पर डोलिया देवी, शेरसी, रामपुर जैसे डेंजर जोन भले ही इन दिनों सक्रिय न हो. लेकिन ऑल वेदर रोड़ के निर्माण कार्य के चलते अब दर्जनों ऐसे डेंजर जोन उभर आए हैं. जोकि कभी भी बड़ी मुसीबत बन सकती है. हाईवे पर फैले मलबे के कारण छोटे वाहनों को काफी नुकसान हो रहा है. वहीं, कीचड़ के बड़े वाहनों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हाईवे पर करोड़ों रुपये की लागत से लगाए गए पुश्ते बरसात में क्षतिग्रस्त हो रहे हैं. ब्यूंग गाड़ में हाईवे पर मौजूद गदेरा उफान पर है. आए दिन हो रही बारिश ने केदारघाटी के सफर को मुश्किल बना दिया है. यात्री डेंजर जोनों पर डर के मारे वाहनों से नीचे उतर रहे हैं और कई स्थानों पर पैदल चल रहे हैं. कई यात्री ऐसे भी हैं जो हाईवे की दयनीय स्थिति को देखकर आधे रास्ते से ही वापिस लौट रहे हैं.
वहीं, इस संबंध में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि कार्यदायी संस्था को निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखने को कहा गया है. इसके अलावा नेशनल हाईवे पर डेंजर जोनों का भी शीघ्र ट्रीटमेंट करने के निर्देश दिए गए हैं.