रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पर आये तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. यात्रा के दौरान एक और तीर्थयात्री की मौत हुई है. मध्य प्रदेश निवासी 70 वर्षीय महिला कांता केबट की केदारनाथ मंदिर परिसर में अचानक तबीयत खराब हो गयी. उन्हें सिक्स सिग्मा हॉस्पिटल केदारनाथ लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. केदारनाथ में मृतकों की संख्या अबतक 28 पहुंच गयी है. वहीं चारों धाम की बात करें तो 41 यात्रियों की अबतक मौत हो चुकी है.
बता दें कि मृतक महिला मध्य प्रदेश के रीवा जिले के तहसील मेहगंज ग्राम पतरहा की रहने वाली थीं. वृद्ध महिला के शव को हेलीकॉप्टर के माध्यम से नीचे लाया गया. अभी एक दिन पहले ही यात्रा पर आये दो बुजुर्ग यात्रियों की हार्टअटैक से मौत हो गई थी. इनमें एक यात्री उत्तर प्रदेश और एक मध्य प्रदेश के रहने वाले थे. मृतकों में मोहनलाल (62) यूपी के कौशाम्बी के रहने वाले थे जबकि महेश प्रसाद मिश्रा (75) मध्य प्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले थे.
गौर हो कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अपने चरम पर है. ऐसे में हजारों यात्री उत्तराखंड पहुंच रहे हैं. मौसम और स्वास्थ्य से संबंधी जुड़ी समस्याओं के कारण यात्रा में आने वाले कई श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.
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जानकारी के लिए बता दें कि केदारनाथ धाम 3553 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. ऐसे में यदि आप केदारनाथ जाने की सोच रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखे. ऊंचाई वाले इलाकों में ऑक्सीजन की काफी कमी होती है. ऐसे में यदि कोई ह्रदय रोगी है या फिर उच्च रक्त चाप का मरीज है तो ऐसे लोगों को अपना मेडिकल चेकअप कराकर ही यात्रा के लिए प्रस्थान करना चाहिए. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि ऊंच हिमालयी क्षेत्रों में परिस्थितियां बिल्कुल अलग होती हैं.
एक तरफ यहां ऑक्सीजन की कमी लोगों को परेशान कर सकती है. वही दूसरी तरफ यहां मौसम समय-समय पर बदलना भी आपकी तबियत बिगाड़ सकता है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप ऊंच हिमालयी क्षेत्रों का रुख करने से पहले अपना फिटनेस चेकअप जरूर कर लें.