रुद्रप्रयाग: विकासखंड अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत कमेडा के धुंयेली गांव में मनरेगा के माध्यम से पोषण वाटिका निर्माण कार्य की तैयारियां जारी हैं. इसी के चलते करीब 5 हेक्टेयर भूमि में घेरबाड़ का काम शुरू कर दिया गया है. 3.4 लाख रुपये की लागत से तैयार होने वाली इस पोषण वाटिका के निर्माण से करीब 40 महिलाओं की आजीविका में भी इजाफा हुआ है.
दरअसल, धुयेली गांव की महिलाएं सब्जी उत्पादन के जरिये अच्छी आमदनी प्राप्त कर रही हैं. गांव की महिलाओं ने रिलायंस फाउंडेशन के सहयोग से गांव के बंजर पड़े खेतों पर सब्जी उत्पादन किया था. जंगली जानवरों के आतंक से निजात पाने के लिए ग्रामीण महिलाओं ने प्रशासन से घेरबाड़ करने की मांग की थी. पूर्व में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी सहित अन्य विभागों ने भी गांव का निरीक्षण किया था. जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने यहां ककड़ी, लौंकी, बीन्स, भिंडी और गोभी की खेती की है. जिसके लिए बीज बागवानी विभाग और रिलायंस फाउंडेशन से प्रदान किए गए थे.
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बीते सीजन में ग्रामीणों ने न केवल सब्जियों का पर्याप्त मात्रा में उपभोग किया, बल्कि बाजार में इनकी बिक्री की और पहली ही फसल से करीब 25 हजार रुपए तक की आमदनी प्रति परिवार ने अर्जित की. अब इसमें मेथी, पालक, मस्टर ग्रीन, आलू, मटर, गोभी आदि की फसल तैयार की जा रही है. इसके अलावा बड़े पैमाने पर इनके द्वारा प्याज की नर्सरी भी विकसित की गई है. मनरेगा योजनातंर्गत जनपद के अगस्त्यमुनि विकासखंड में 8 तथा ऊखीमठ में 2 न्यूट्री गार्डन प्रस्तावित हैं, जिनमें कार्य गतिमान हैं.