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रुद्रप्रयागः वायरल बुखार का प्रकोप, सता रहा डेंगू का डर

रुद्रप्रयाग जिले में कई ग्रामीण वायरल बुखार से पीड़ित हैं. जिले में अभी तक नौ लोगों की डेंगू जांच की गई है. हालांकि, इन नौ लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं, जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. कालापहाड़, सुमाड़ी आदि गांवों के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी गई हैं.

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Published : Aug 27, 2019, 10:00 PM IST

रुद्रप्रयागः जिले में इनदिनों वायरल बुखार का प्रकोप बना हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों से कई लोग से बुखार से पीड़ित होकर इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. तेज बुखार आने से ग्रामीण डेंगू होने की शिकायत कर रहे हैं. जिले में अभी तक नौ लोगों की डेंगू से संबंधित टेस्ट हो चुके हैं. हालांकि, अभीतक किसी भी व्यक्ति में डेंगू नहीं पाया गया है. वहीं, वायरल बुखार की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों को गांवों में भेजा जा रहा है.

रुद्रप्रयाग में वायरल बुखार का प्रकोप.

बरसात के सीजन में कई तरह की बीमारियां सामने आती हैं. खासकर तेज बुखार, खांसी, जुखाम आदि की शिकायतें मिलती हैं. बरसात के सीजन में दूषित पानी का उपयोग करने से भी ज्यादातर बीमारियां होती हैं. इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग जिले के अधिकांश हिस्सों में इनदिनों बुखार का प्रकोप है. कहीं-कहीं बुखार इतना ज्यादा है कि डॉक्टरों की टीम को गांवों में ही भेजना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ेंः प्रगतिशील किसान के प्रयासों से पलायन पर लगी रोक, स्वरोजगार की जगाई अलख

इनदिनों डेंगू का भी सीजन चल रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी मुस्तैद है. किसी भी मरीज में डेंगू जैसी बीमारी के लक्षण दिखाए दे रहे हैं, उन मरीजों के ब्लड को जांच के लिए भेजा जा रहा है. जिले में अभी तक नौ लोगों की डेंगू जांच की गई है. हालांकि, इन नौ लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं, जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है.

जिला अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. केसी शर्मा ने बताया कि कालापहाड़, सुमाड़ी आदि गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी गई हैं. सुमाड़ी के कुछ लोगों ने डेंगू जैसी बीमारी के लक्षण होने की शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि दोबारा सुमाड़ी में डॉक्टरों की टीम भेजी जा रही है.

बीमारियों से बचने के लिये क्या करें-

  • घर के आसपास साफ-सफाई रखें.
  • पानी की टंकियों को सही तरीके से ढक कर रखें. जिससे मच्छर प्रवेश न कर सके.
  • फलों और सब्जियों का सेवन अच्छी तरह धोकर करें.
  • घर के गीले और सूखे कूडे़ को अलग-अलग रखें.
  • अधिक मात्रा में स्वच्छ पानी पीएं और पौष्टिक आहार का सेवन करें.

क्या न करें

  • खाद्य पदार्थों को ज्यादा समय तक फ्रिज में ना रखें.
  • बासी भोजन ना खाएं.
  • खुले में बेचे जाने वाले सूप, चाट, उबला और खाद्य पदार्थ ना खरीदें.
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें.
  • कूलर में अधिक समय तक पानी जमा न होने दें.

रुद्रप्रयागः जिले में इनदिनों वायरल बुखार का प्रकोप बना हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों से कई लोग से बुखार से पीड़ित होकर इलाज कराने जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं. तेज बुखार आने से ग्रामीण डेंगू होने की शिकायत कर रहे हैं. जिले में अभी तक नौ लोगों की डेंगू से संबंधित टेस्ट हो चुके हैं. हालांकि, अभीतक किसी भी व्यक्ति में डेंगू नहीं पाया गया है. वहीं, वायरल बुखार की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों को गांवों में भेजा जा रहा है.

रुद्रप्रयाग में वायरल बुखार का प्रकोप.

बरसात के सीजन में कई तरह की बीमारियां सामने आती हैं. खासकर तेज बुखार, खांसी, जुखाम आदि की शिकायतें मिलती हैं. बरसात के सीजन में दूषित पानी का उपयोग करने से भी ज्यादातर बीमारियां होती हैं. इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग जिले के अधिकांश हिस्सों में इनदिनों बुखार का प्रकोप है. कहीं-कहीं बुखार इतना ज्यादा है कि डॉक्टरों की टीम को गांवों में ही भेजना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ेंः प्रगतिशील किसान के प्रयासों से पलायन पर लगी रोक, स्वरोजगार की जगाई अलख

इनदिनों डेंगू का भी सीजन चल रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी मुस्तैद है. किसी भी मरीज में डेंगू जैसी बीमारी के लक्षण दिखाए दे रहे हैं, उन मरीजों के ब्लड को जांच के लिए भेजा जा रहा है. जिले में अभी तक नौ लोगों की डेंगू जांच की गई है. हालांकि, इन नौ लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. वहीं, जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है.

जिला अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. केसी शर्मा ने बताया कि कालापहाड़, सुमाड़ी आदि गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजी गई हैं. सुमाड़ी के कुछ लोगों ने डेंगू जैसी बीमारी के लक्षण होने की शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि दोबारा सुमाड़ी में डॉक्टरों की टीम भेजी जा रही है.

बीमारियों से बचने के लिये क्या करें-

  • घर के आसपास साफ-सफाई रखें.
  • पानी की टंकियों को सही तरीके से ढक कर रखें. जिससे मच्छर प्रवेश न कर सके.
  • फलों और सब्जियों का सेवन अच्छी तरह धोकर करें.
  • घर के गीले और सूखे कूडे़ को अलग-अलग रखें.
  • अधिक मात्रा में स्वच्छ पानी पीएं और पौष्टिक आहार का सेवन करें.

क्या न करें

  • खाद्य पदार्थों को ज्यादा समय तक फ्रिज में ना रखें.
  • बासी भोजन ना खाएं.
  • खुले में बेचे जाने वाले सूप, चाट, उबला और खाद्य पदार्थ ना खरीदें.
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें.
  • कूलर में अधिक समय तक पानी जमा न होने दें.
Intro:रुद्रप्रयाग जिले में वायरल बुखार का प्रकोप
अभी तक नौ लोगों की हुई डेंगू की जांच
बुखार से पीड़ित गांवों में स्वास्थ्य विभाग भेज रहा है चिकित्सकों की टीम
रुद्रप्रयाग- बारिश के साथ ही दूषित पानी का उपयोग करने से इन दिनों बुखार का प्रकोप बना हुआ है। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों की जनता बुखार की शिकायत लेकर चिकित्सालयों में आ रही है। जिला चिकित्सालय में भी अधिकांश मरीज बुखार से पीड़ित पहुंच रहे हैं। बुखार इतने तेज हैं कि ग्रामीण स्वयं डेंगू होने की शिकायत कर रहे हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमों को गांवों तक भेजा जा रहा है। जिले में अभी तक नौ लोगों के डेंगू से संबंधित टेस्ट हो चुके हैं। हालांकि जिन लोगों के टेस्ट किये गये हैं, उनमें डेंगू नहीं पाया गया है। डेंगू बीमारी को देखते हुये जिला चिकित्सालय में डेंगू के मरीजों के लिये अलग से वार्ड बनाया गया है। Body:बरसात के सीजन में मौसम में बार-बार परिवर्तन आने के कारण अधिकांश लोग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। खासकर इस दौरान तेज बुखार, खांसी, जुखाम आदि की शिकायते मिलती हैं। बरसात के सीजन में दूषित पानी का उपयोग करने से भी अधिकांश बीमारियां होती हैं। जनपद के अधिकांश हिस्सों में इन दिनों बुखार का प्रकोप चढ़ा हुआ है। कही-कही बुखार इतना अधिक है कि चिकित्सकों की टीम को गांवों तक ही भेजना पड़ रहा है। ग्रामीण जनता तेज बुखार की शिकायते कर रही हैं। यह डेंगू का भी सीजन चल रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है। जिस मरीज में डेंगू जैसी घातक बीमारी के लक्षण पाये जा रहे हैं, उसके ब्लड को सीधे जांच के लिये भेजा जा रहा है। जिले से अभी तक नौ लोगों की डेंगू जांच की गई है। हालांकि इन नौ लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। Conclusion:जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ सर्जन डाॅ केसी शर्मा ने बताया कि कालापहाड़, सुमाड़ी आदि गांवों में स्वास्थ्य टीमे भेजी गई हैं। सुमाड़ी के कुछ लोगों ने डेंगू जैसी बीमारी के लक्षण होने की शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि दोबारा सुमाड़ी में चिकित्सकों की टीम भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि डेंगू मच्छरों के काटसे से फलेवी वायरस शरीर में जाने से होता है। सभी को मच्छरों से सावधान रहना होगा। इसके अलावा बरसात में स्वच्छ पानी को प्रयोग में लाना होगा।
बीमारियों से बचने के लिये क्या करे
घर के आसपास साफ-सफाई रखे। पानी की टंकियों को सही तरीके से ढक कर रखंे, जिससे मच्छर उसमें प्रवेश न कर सके। फलों व सब्जियों का सेवन अच्छी तरह धोकर करें। घर के गीले एवं सूखे कूडे़ को अलग-अलग रखे। अधिक मात्रा में स्वच्छ पानी पीये और पौष्टिक आहार का सेवन करे।
बीमारियों से बचने के लिये क्या न करे
खाद्य पदार्थों को अधिक समय तक फ्रिज में न रखे, बासी भोजन न खाये। खुले में बेचा जाने वाला सूप, चाट, उबला व खाद्य पदार्थ न खरीदें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अधिक जाने से बचे। कूलर में अधिक समय तक पानी जमा न होने दे।
बाइट - डाॅ संजय तिवारी, चिकित्सक
बाइट - डाॅ केसी शर्मा, वरिष्ठ सर्जन
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