रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में कानून व्यवस्था और पुलिस का खौफ शराब तस्करों के भीतर बिल्कुल भी नहीं लग रहा है. यही कारण है मैदानी इलाकों से शराब तस्करी का बढ़ता ग्राफ अब पहाड़ों में बढ़ने लगा है. लेकिन गजब तो तब है जब चारधाम यात्रा में शराब की तस्करी की जा रही हो. जी हां, रुद्रप्रयाग में शहर के स्थानीय व्यापारियों ने माफियाओं के शराब तस्करी के योजना को विफल कर दिया और हजारों की शराब पकड़ ली. ये शराब बेहद ही गुपचुप तरीके से गौरीकुंड पहुंचाई जा रही है. गौरीकुंड, केदारनाथ धाम यात्रा का प्रथम पड़ाव है.
रुद्रप्रयाग के मुख्य बाजार में स्थानीय व्यापारियों ने आलू और प्याज के कट्टों में भरी भारी मात्रा में शराब पकड़ी. ये शराब गौरीकुंड पहुंचाई जा रही थी. सब्जी के कट्टे आज सुबह रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे किनारे रखे हुए थे. सब्जी का ट्रक आने पर इन्हें गौरीकुंड पहुंचाया जाना था. लेकिन इससे पहले ही स्थानीय व्यापारियों को इसकी भनक लग गई. स्थानीय लोगों ने कट्टे खोले तो सब्जी के बीच शराब की 45 बोतल छिपा कर तस्करी की जा रही थी. व्यापारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शराब को कब्जे में लिया.
जानकारी के मुताबिक, ये आलू और प्याज के कट्टे रुद्रप्रयाग में ही भरे गए थे. यानी साफ है कि शराब भी रुद्रप्रयाग में किसी स्थानीय तस्कर द्वारा रखी गई थी. व्यापारियों का कहना है केदारनाथ यात्रा पड़ाव में इस साल शराब तस्करी के मामले कई ज्यादा आए हैं. शहर में जो शराब 700 से हजार रुपए की है, वही शराब केदारनाथ यात्रा पड़ाव में 3 से 4 हजार में बेची जा रही है. यानी ये शराब 1 लाख 35 हजार से 1 लाख 45 हजार रुपए के बीच बेची जानी थी. फिलहाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल के मुताबिक, मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. दोनों से पूछताछ की जा रही है.
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