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हरीश रावत के ट्वीट के बाद कांग्रेस में हुआ कुमाऊं-गढ़वाल, प्रीतम और किशोर के समर्थकों ने की ये मांग

हरीश रावत के बगावती तेवरों के बाद कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है. घटनाक्रम में जहां कुमाऊं मंडल से हरीश रावत को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किये जाने की मांग हो रही है. वहीं, अब गढ़वाल क्षेत्र से भी कांग्रेसियों ने अपना सीएम चेहरा घोषित करने की मांग पार्टी हाईकमान से की है. इन नेताओं ने प्रीतम सिंह और किशोर उपाध्याय को आगे बढ़ाने की बात की है.

Congress divided in Garhwal-Kumaon after Harda's rebellious attitude
हरदा के बगावती तेवरों के बाद गढ़वाल-कुमाऊं में बंटी कांग्रेस
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Published : Dec 23, 2021, 4:25 PM IST

रुद्रप्रयाग: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के पार्टी को छोड़ने की अफवाह के बाद कुमाऊं मंडल से उन्हें मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किये जाने की मांग की जा रही है. वहीं गढ़वाल क्षेत्र से भी कांग्रेसियों ने अपना सीएम चेहरा घोषित करने की मांग पार्टी हाईकमान से की है. गढ़वाल के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रीतम सिंह या फिर किशोर उपाध्याय को सीएम का चेहरा बनाया जाना चाहिए. इससे पार्टी को बहुत बड़ा फायदा होगा. सीएम चेहरा घोषित करने से आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी भारी बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज होगी. इधर, कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी पर दबाव बनाने के लिए हरीश रावत बगावती तेवर अपना रहे हैं. राजनीति के अंतिम पड़ाव पर रावत पार्टी को छोड़ने जैसा कोई बड़ा कदम नहीं उठा सकते हैं.

हरीश रावत ने ट्वीट के जरिये दिल्ली हाईकमान के सामने अपनी पीड़ा को बयां की है. उनके ट्वीट के बाद से प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जहां एक ओर कुमाऊं मंडल के कांग्रेस नेता उन्हें सीएम चेहरा घोषित करने की मांग करने लगे हैं, वहीं गढ़वाल मंडल से प्रीतम सिंह व किशोर उपाध्याय को सीएम का चेहरा बनाये जाने की मांग उठ रहे हैं. कुछ नेताओं का कहना है कि हरीश रावत कांग्रेस को नहीं छोड़ सकते हैं.

पढ़ें-कांग्रेस में मगरमच्छ कौन? किसने बांधे हरीश रावत के हाथ-पैर? कहा- बहुत हो गया, अब विश्राम का समय

कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा जिस प्रकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से अब देशभर में आने वाले चुनाव में नए नेतृत्व की प्राथमिकता दी जा रही है. उसके दृष्टिगत उत्तराखंड के अधिकांश कांग्रेस जन चाहते हैं कि राज्य में आगामी 2022 में कांग्रेस उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व सरल स्वभाव के व्यक्ति नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह या पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय में से किसी एक को मुख्यमंत्री चेहरे के लिए आगे करें. पार्टी के दोनों नेताओं में किसी भी एक नेता के नाम को आगे करने पर पार्टी को वर्ष 2017 में गढ़वाल मंडल और हरिद्वार में हुए नुकसान की भरपाई भी हो जाएगी. पार्टी को आने वाले बीस वर्षों के लिए राज्य में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक संघर्षशील चेहरा भी मिल जाएगा.

पढ़ें- अपने विश्राम वाली पोस्ट पर हरीश रावत का बयान, 'समय आने पर दूंगा जवाब, अभी सिर्फ लें आनंद'

उन्होंने कहा राजनीति के अंतिम पड़ाव में कांग्रेस नेता हरीश रावत ऐसी कोई गलती नहीं करेंगे, जिससे उनकी छवि पर असर पड़े. वे दबाव की राजनीति कर रहे हैं. पार्टी हाईकमान पर दबाव डालने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं.

कांग्रेस जिला प्रवक्ता नरेन्द्र बिष्ट ने कहा हरीश रावत कांग्रेस के स्तम्भ हैं. कांग्रेस को बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कांग्रेस को बनाने की कोशिश की है. इस समय कांग्रेस के पक्ष में जनता का माहौल बन रहा है, फिर ऐसे में कैसे हरीश रावत पार्टी को छोड़ सकते हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं से जो भी उनकी परेशानियां हैं, उन दिक्कतों को पार्टी हाईकमान दूर कर देगा.

पढ़ें- तो ये है हरीश रावत के बागी तेवरों की वजह! कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव पर BJP के हाथों 'खेलने' का आरोप

बहरहाल, कांग्रेस वरिष्ठ नेता हरीश रावत के ट्वीट के बाद गढ़वाल और कुमाऊ मंडल में हलचल तेज हो गयी है. एक ओर पार्टी कार्यकर्ता किशोर व प्रीतम को सीएम फेस के लिए आगे करने की मांग हाईकमान से कर रहे हैं, वहीं कुछ कार्यकर्ता हरीश रावत के ट्वीट पर पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाने की बात कह रहे हैं. कुल मिलाकर उत्तराखंड की राजनीति दो दिन से हरीश रावत के ट्वीट के इर्दगिर्द घूम रही है.

रुद्रप्रयाग: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत के पार्टी को छोड़ने की अफवाह के बाद कुमाऊं मंडल से उन्हें मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किये जाने की मांग की जा रही है. वहीं गढ़वाल क्षेत्र से भी कांग्रेसियों ने अपना सीएम चेहरा घोषित करने की मांग पार्टी हाईकमान से की है. गढ़वाल के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि प्रीतम सिंह या फिर किशोर उपाध्याय को सीएम का चेहरा बनाया जाना चाहिए. इससे पार्टी को बहुत बड़ा फायदा होगा. सीएम चेहरा घोषित करने से आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी भारी बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज होगी. इधर, कुछ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी पर दबाव बनाने के लिए हरीश रावत बगावती तेवर अपना रहे हैं. राजनीति के अंतिम पड़ाव पर रावत पार्टी को छोड़ने जैसा कोई बड़ा कदम नहीं उठा सकते हैं.

हरीश रावत ने ट्वीट के जरिये दिल्ली हाईकमान के सामने अपनी पीड़ा को बयां की है. उनके ट्वीट के बाद से प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. जहां एक ओर कुमाऊं मंडल के कांग्रेस नेता उन्हें सीएम चेहरा घोषित करने की मांग करने लगे हैं, वहीं गढ़वाल मंडल से प्रीतम सिंह व किशोर उपाध्याय को सीएम का चेहरा बनाये जाने की मांग उठ रहे हैं. कुछ नेताओं का कहना है कि हरीश रावत कांग्रेस को नहीं छोड़ सकते हैं.

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कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा जिस प्रकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से अब देशभर में आने वाले चुनाव में नए नेतृत्व की प्राथमिकता दी जा रही है. उसके दृष्टिगत उत्तराखंड के अधिकांश कांग्रेस जन चाहते हैं कि राज्य में आगामी 2022 में कांग्रेस उत्तराखंड के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व सरल स्वभाव के व्यक्ति नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह या पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय में से किसी एक को मुख्यमंत्री चेहरे के लिए आगे करें. पार्टी के दोनों नेताओं में किसी भी एक नेता के नाम को आगे करने पर पार्टी को वर्ष 2017 में गढ़वाल मंडल और हरिद्वार में हुए नुकसान की भरपाई भी हो जाएगी. पार्टी को आने वाले बीस वर्षों के लिए राज्य में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक संघर्षशील चेहरा भी मिल जाएगा.

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उन्होंने कहा राजनीति के अंतिम पड़ाव में कांग्रेस नेता हरीश रावत ऐसी कोई गलती नहीं करेंगे, जिससे उनकी छवि पर असर पड़े. वे दबाव की राजनीति कर रहे हैं. पार्टी हाईकमान पर दबाव डालने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं.

कांग्रेस जिला प्रवक्ता नरेन्द्र बिष्ट ने कहा हरीश रावत कांग्रेस के स्तम्भ हैं. कांग्रेस को बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कांग्रेस को बनाने की कोशिश की है. इस समय कांग्रेस के पक्ष में जनता का माहौल बन रहा है, फिर ऐसे में कैसे हरीश रावत पार्टी को छोड़ सकते हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं से जो भी उनकी परेशानियां हैं, उन दिक्कतों को पार्टी हाईकमान दूर कर देगा.

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बहरहाल, कांग्रेस वरिष्ठ नेता हरीश रावत के ट्वीट के बाद गढ़वाल और कुमाऊ मंडल में हलचल तेज हो गयी है. एक ओर पार्टी कार्यकर्ता किशोर व प्रीतम को सीएम फेस के लिए आगे करने की मांग हाईकमान से कर रहे हैं, वहीं कुछ कार्यकर्ता हरीश रावत के ट्वीट पर पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाने की बात कह रहे हैं. कुल मिलाकर उत्तराखंड की राजनीति दो दिन से हरीश रावत के ट्वीट के इर्दगिर्द घूम रही है.

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