रुद्रप्रयागः मॉनसून का सीजन आते ही एक बार फिर से सिरोबगड़ की पहाड़ी दरकने लगी है. जिससे इसके आसपास रहने वाले गांवों में डर का माहौल है. सिरोबगड़ की पहाड़ी के ऊपर छांतीखाल गांव बसा है. ऐसे में ये गांव भी खतरे की जद में आ गया है.
ऐसे में ग्रामीण खौफ में जीने को मजबूर है. जो पुनर्वास की बाट जोह रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों के विस्थापन को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. उधर, राजमार्ग के स्थायी ट्रीटमेंट को लेकर पपड़ासू से खांखरा बाईपास का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन इसे बनने में काफी समय लग सकता है.
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वहीं सिरोबगड़ की पहाड़ी दरकने से श्रीनगर-रुद्रप्रयाग राजमार्ग एक बार फिर से बाधित हुआ. जिसके कारण यहां से आवाजाही करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. लगातार हो रही बारिश से पहाड़ी से मलबा आने से राजमार्ग कई घंटो बंद हो रहा है. जिससे जाम की स्थिति पैदा हो गई. ऐसे में तीर्थयात्री और स्थानीय लोग एक बार फिर से प्रशासन की ओर मदद की नजर से देख रहे हैं.