रुद्रप्रयागः बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर ऊखीमठ मंदिर में बीते दो महीने पहले मिले ताम्रपत्रों के मामले में हलचल तेज हो गई है. इसी क्रम में केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग की अध्यक्षता में ओंकारेश्वर मंदिर में ताम्रपत्रों को लेकर बैठक की गई. इस दौरान बैठक में समस्त पचगाईं की जनता ने डोली पहुंचने से पहले मंदिर में लगे 19 ताम्रपत्रों को हटाने की मांग की. साथ ही उसे प्रशासन के हवाले करने को कहा.
केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने कहा कि 31 अक्टूबर को बाबा केदार की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंच रही है. ऐसे में डोली आगमन से पहले ही इन ताम्रपत्रों को हटाया जाना चाहिए. अगर 19 ताम्रपत्रों को हटाकर मंदिर का शुद्धिकरण नहीं किया गया, तो बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में प्रवेश नहीं करेगी.
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उन्होंने कहा कि मामले को लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. साथ ही कहा कि 31 अक्टूबर की शाम तक ताम्रपत्रों को नहीं हटाया जाता है तो एक नवंबर को बैठक का आयोजन कर आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा. वहीं, एडीएम अरविंद पांडे का कहना है कि विभाग की ओर से मामले की जांच की जाएगी. जांच करने के बाद ही विभाग अपना निर्णय लेगा.
गौर हो कि ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में 2 माह पूर्व कुछ अज्ञात लोगों ने ताम्रपत्र चिपका दिए थे, जिसके बाद से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया था. किसी ने इसे दैवीय शक्ति कहा तो किसी ने साजिश करार दिया. मंदिर समिति को जांच करने को कहा गया और सामने आया कि अज्ञात लोगों ने श्रद्धालुओं को भ्रमित करने के लिए ताम्रपत्रों को ओंकारेश्वर मंदिर में लगाया है. इसके बावजूद भी मंदिर समिति ने मंदिर से ताम्रपत्र नहीं निकाले. अब केदार बाबा की डोली आगमन पर ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचे केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने मामले में आक्रोश जताते हुए शीघ्र ताम्रपत्र को हटाने की बात कही है.