ETV Bharat / state

...तो क्या ओंकारेश्वर मंदिर में प्रवेश नहीं करेगी बाबा केदार की डोली, जानें कारण - ताम्रपत्र

केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने ओंकारेश्वर मंदिर में लगे 19 ताम्रपत्रों को हटाने और मंदिर का शुद्धिकरण करने की मांग की है. उनका कहना है कि जबतक शुद्धिकरण नहीं होता तबतक बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में प्रवेश नहीं करेगी.

ओंकारेश्वर मंदिर
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 7:04 PM IST

Updated : Oct 30, 2019, 8:31 PM IST

रुद्रप्रयागः बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर ऊखीमठ मंदिर में बीते दो महीने पहले मिले ताम्रपत्रों के मामले में हलचल तेज हो गई है. इसी क्रम में केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग की अध्यक्षता में ओंकारेश्वर मंदिर में ताम्रपत्रों को लेकर बैठक की गई. इस दौरान बैठक में समस्त पचगाईं की जनता ने डोली पहुंचने से पहले मंदिर में लगे 19 ताम्रपत्रों को हटाने की मांग की. साथ ही उसे प्रशासन के हवाले करने को कहा.

केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने कहा कि 31 अक्टूबर को बाबा केदार की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंच रही है. ऐसे में डोली आगमन से पहले ही इन ताम्रपत्रों को हटाया जाना चाहिए. अगर 19 ताम्रपत्रों को हटाकर मंदिर का शुद्धिकरण नहीं किया गया, तो बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में प्रवेश नहीं करेगी.

ओंकारेश्वर मंदिर में ताम्रपत्र को लेकर विवाद.

ये भी पढे़ंः चारधाम यात्राः केदार यात्रा में जमकर बरसा धन, 4 अरब से अधिक का हुआ कारोबार

उन्होंने कहा कि मामले को लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. साथ ही कहा कि 31 अक्टूबर की शाम तक ताम्रपत्रों को नहीं हटाया जाता है तो एक नवंबर को बैठक का आयोजन कर आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा. वहीं, एडीएम अरविंद पांडे का कहना है कि विभाग की ओर से मामले की जांच की जाएगी. जांच करने के बाद ही विभाग अपना निर्णय लेगा.

गौर हो कि ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में 2 माह पूर्व कुछ अज्ञात लोगों ने ताम्रपत्र चिपका दिए थे, जिसके बाद से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया था. किसी ने इसे दैवीय शक्ति कहा तो किसी ने साजिश करार दिया. मंदिर समिति को जांच करने को कहा गया और सामने आया कि अज्ञात लोगों ने श्रद्धालुओं को भ्रमित करने के लिए ताम्रपत्रों को ओंकारेश्वर मंदिर में लगाया है. इसके बावजूद भी मंदिर समिति ने मंदिर से ताम्रपत्र नहीं निकाले. अब केदार बाबा की डोली आगमन पर ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचे केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने मामले में आक्रोश जताते हुए शीघ्र ताम्रपत्र को हटाने की बात कही है.

रुद्रप्रयागः बाबा केदार के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर ऊखीमठ मंदिर में बीते दो महीने पहले मिले ताम्रपत्रों के मामले में हलचल तेज हो गई है. इसी क्रम में केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग की अध्यक्षता में ओंकारेश्वर मंदिर में ताम्रपत्रों को लेकर बैठक की गई. इस दौरान बैठक में समस्त पचगाईं की जनता ने डोली पहुंचने से पहले मंदिर में लगे 19 ताम्रपत्रों को हटाने की मांग की. साथ ही उसे प्रशासन के हवाले करने को कहा.

केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने कहा कि 31 अक्टूबर को बाबा केदार की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंच रही है. ऐसे में डोली आगमन से पहले ही इन ताम्रपत्रों को हटाया जाना चाहिए. अगर 19 ताम्रपत्रों को हटाकर मंदिर का शुद्धिकरण नहीं किया गया, तो बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में प्रवेश नहीं करेगी.

ओंकारेश्वर मंदिर में ताम्रपत्र को लेकर विवाद.

ये भी पढे़ंः चारधाम यात्राः केदार यात्रा में जमकर बरसा धन, 4 अरब से अधिक का हुआ कारोबार

उन्होंने कहा कि मामले को लेकर सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. साथ ही कहा कि 31 अक्टूबर की शाम तक ताम्रपत्रों को नहीं हटाया जाता है तो एक नवंबर को बैठक का आयोजन कर आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा. वहीं, एडीएम अरविंद पांडे का कहना है कि विभाग की ओर से मामले की जांच की जाएगी. जांच करने के बाद ही विभाग अपना निर्णय लेगा.

गौर हो कि ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में 2 माह पूर्व कुछ अज्ञात लोगों ने ताम्रपत्र चिपका दिए थे, जिसके बाद से स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया था. किसी ने इसे दैवीय शक्ति कहा तो किसी ने साजिश करार दिया. मंदिर समिति को जांच करने को कहा गया और सामने आया कि अज्ञात लोगों ने श्रद्धालुओं को भ्रमित करने के लिए ताम्रपत्रों को ओंकारेश्वर मंदिर में लगाया है. इसके बावजूद भी मंदिर समिति ने मंदिर से ताम्रपत्र नहीं निकाले. अब केदार बाबा की डोली आगमन पर ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचे केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग ने मामले में आक्रोश जताते हुए शीघ्र ताम्रपत्र को हटाने की बात कही है.

Intro:ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में लगे ताम्रपत्रों को हटाया जाय शीघ्र: रावल
डोली के मंदिर में पहुंचने से पहले हटाये जायं ताम्रपत्र
रुद्रप्रयाग। पंच केदार शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विगत दो माह पूर्व मिले ताम्रपत्रों के मामले में हलचल तेज हो गई है। बुधवार को ओंकारेश्वर मन्दिर में ताम्रपत्रों के मामले में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने की। बैठक में ताम्रपत्रों के बारे में समस्त पचगाईं की जनता ने निर्णय लिया कि ओंकारेश्वर मन्दिर में विगत दो महीनों से 19 ताम्रपत्र लगे हुये हैं, उन 19 ताम्रपत्रों को हटा दिया जाय और प्रशासन के हवाले किया जाय।
Body:केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने कहा कि 31 अक्टूबर को बाबा केदार की डोली शीतकालीन गददीस्थल पहुंच रही है। डोली आगमन से पूर्व ही इन ताम्रपत्रों को हटा दिया जाय। उन्होंने समस्त पचगाई की जनता को अपना समर्थन देते हुए बताया कि जब तक बाबा केदारनाथ के शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में लगे 19 ताम्रपत्रों को नहीं निकाला गया और मन्दिर का शुद्धिकरण नहीं किया गया, तब तक बाबा केदारनाथ की पंचमुखी उसत्व डोली अपने शीतकाल गददी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में प्रवेश नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन इस मामले में फिर भी कार्यवाही नहीं हुई है। रावल भीमा शंकर लिंग ने कहा कि 31 अक्टूबर सांय तक ताम्रपत्रों को नहीं हटाया जाता है तो एक नवम्बर को बैठक का आयोजन कर आगे की कार्यवाही पर विचार किया जायेगा। वहीं एडीएम अरविंद पाण्डे ने कहा कि विभाग द्वारा शाम 6 बजे तक जांच की जाएगी और जांच करने के बाद विभाग अपना निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि मामले में पूरी जांच की जायेगी।Conclusion:
Last Updated : Oct 30, 2019, 8:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.