रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा में वीआईपी दर्शन को लेकर मिल रही शिकायतों पर जिला प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. तीर्थ यात्रियों द्वारा की जा रही शिकायतों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने बदरी-केदार मंदिर समिति से वीआईपी दर्शन कराने का अधिकार ले लिया है. अब यह व्यवस्था प्रशासन की देख-रेख में रहेगी. साथ ही केदारघाटी में संचालित हेली कंपनी तीर्थयात्रियों से वीआईपी दर्शन की फीस भी काटेंगी.
दरअसल, केदारनाथ धाम में वीआईपी दर्शन को लेकर बार-बार सवाल उठते आ रहे हैं. बदरी-केदार मंदिर समिति के कर्मचारी किसी भी तीर्थयात्री की वीआईपी फीस काटकर अपनी मनमर्जी से दर्शन करवा रहे थे. ऐसे में जिला प्रशासन के पास शिकायत आने पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने सख्त रुख अपनाते हुए वीआईपी दर्शन को लेकर एक नया तरीका निकाला है. प्रशासन ने वीआईपी दर्शन के अधिकार मंदिर समिति से लेकर हेली कंपनियों को दे दिए हैं.
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केदारनाथ यात्रा इन दिनों पूरे चरम पर है. रात 2 बजे से ही भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिए लाइन में लग जा रहे हैं. वहीं, प्रतिदिन एक से डेढ़ हजार लोग मंदिर समिति से 21 सौ रुपये की पर्ची कटवाकर वीआईपी की तर्ज पर दर्शन कर रहे थे. जिसका आम श्रद्धालु पिछले कई दिनों से भारी विरोध कर रहे थे. यात्रियों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने वीआईपी दर्शन के अधिकार मंदिर समिति से ले लिए हैं.
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि एक सप्ताह से केदारधाम में तीर्थयात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है. मंदिर समिति की ओर से वीआईपी की पर्ची अधिक काटी जा रही थी, जिससे लाइन में लगे तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा था. मंदिर समिति के अधिकारियों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया गया है कि मंदिर समिति की ओर से कोई भी वीआईपी पर्ची नहीं काटी जाएगी. साथ ही हेलीकॉप्टर से सफर करने वाले तीर्थयात्री हेली कंपनियों के जरिए वीआईपी पर्ची कटवाकर दर्शन करेंगे.