रुद्रप्रयागः दशज्यूला कांडई क्षेत्र में तीन दिवसीय जागतोली मेले का रंगारंग आगाज हो गया है. इस दौरान विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी. इस मेले को संस्कृति और धरोहरों को संजोने का एक प्रयास माना जा रहा है. वहीं, प्रशासन की ओर से मेला समिति को कोई सहयोग न मिलने पर स्थानीय लोगों में रोष भी देखने को मिला.
जागतोली दशज्यूला महोत्सव मेला समिति के तत्वाधान में आयोजित मेले का शुभारंभ केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मेले हमारे पौराणिक धरोहर हैं, जिन्हें संजोए रखना सबकी जिम्मेदारी है. मेले को मिलन का त्योहार भी माना जाता है. साथ ही कहा कि मेला क्षेत्र की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने का सशक्त माध्यम भी है. वहीं, उन्होंने जागतोली के खेल मैदान के समतलीकरण और 200 मीटर ट्रैक के निर्माण करवाने की भी घोषणा की.
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मेले के संरक्षक और निवर्तमान जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत भंडारी ने कहा कि ये मेला क्षेत्र की जनता को जोड़ने के साथ ही क्षेत्रीय संस्कृति को प्रचारित और प्रसारित करेगा. मेलाध्यक्ष जयवर्धन कांडपाल ने कहा कि ये मेला संस्कृति के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा. मेला महासचिव कालिका कांडपाल ने मेले के इतिहास और तीन दिनों तक होने वाली प्रतियोगिताओं व कार्यक्रमों की जानकारी दी.
मेले में क्षेत्र के एक दर्जन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने गढ़वाली, हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी समेत कई भाषाओं में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. इस दौरान कई खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं.