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आदर्श उद्यान केन्द्र ऊखीमठ में पहाड़ी शैली में तैयार होगा होम स्टे

रुद्रप्रयाग के राजकीय आदर्श उद्यान केन्द्र ऊखीमठ को हॉर्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर का दर्जा दिया गया. यहां पर पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाने के लिए पहाड़ी शैली में होम स्टे का निर्माण हो रहा है.

Home stay will be built in Rudraprayag in hill style
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Published : Feb 27, 2021, 10:47 PM IST

रुद्रप्रयाग: राजकीय आदर्श उद्यान केन्द्र ऊखीमठ को पर्यटन से जोड़ने के लिए पहाड़ी शैली में होम स्टे तैयार किया जाएगा. विभाग की मानें तो महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से होम स्टे का संचालन होगा. इससे महिला समूह को रोजगार मिलने के साथ उद्यान विभाग की आय में भी इजाफा होगा. क्षेत्र के प्राकृतिक सौन्दर्य को देखते हुए सरकार ने इस केन्द्र को हार्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है. होम स्टे बनने से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. वहीं, यहां जिले के किसानों को तकनीकी व वैज्ञानिक तरीके से बागवानी का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.

जिले में उद्यान विभाग ऊखीमठ के साथ ही स्यांरी व घिमतोली में तीन राजकीय उद्यान केन्द्र अस्तित्व में हैं. इन उद्यान केन्द्रों के माध्यम से विभिन्न फलों की पौध तैयार कर सचल उद्यान केन्द्रों में विपणन के लिए भेजी जाती है. ऊखीमठ में राजकीय आदर्श उद्यान नर्सरी की स्थापना वर्ष 1963 में हुई थी. वर्तमान में केन्द्र में उद्यान निरीक्षक, सहायक के साथ ही तीन संविदा व छह डेली मजदूर कार्यरत हैं. उद्यान केन्द्र की लगभग दो हेक्टेयर भूमि पर भवन निर्माण के साथ ही मौसम के अनुसार विभिन्न फलों की नर्सरी तैयार करने का कार्य होता है.

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वहीं, उद्यान केन्द्र की ओर से अब अखरोट की 110, आड़ू कलमी 1000, खुमानी 130 एवं पुलम की 80 कलमी पौध तैयार कर डिमांड के अनुसार संबंधित सचल उद्यान केन्द्रों को भेजी जा चुकी हैं. इसके अलावा यहां पर माल्टा, नीबू, नारंगी, अमरूद, कटहल, चुल्लू, आड़ू, अखरोट समेत कई फलों की नर्सरी मांग के अनुसार नर्सरी तैयार की जाती है. वर्तमान समय में आड़ू व चुल्लू के 50-50 किग्रा बीज एवं अखरोट के 100 किग्रा बीज बोए जा चुके हैं, जिनसे ग्राफ्ट के माध्यम से पौध तैयार की जाएगी.

उद्यान केन्द्र पर्यटन की दृष्टि से भी एक रमणीक स्थल होने के साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है. केन्द्र को बागवानी के साथ पर्यटन से जोड़ने को लेकर उद्यान विभाग ने पूर्व में शासन को प्रस्ताव भेजा था. इसके बाद राजकीय आदर्श उद्यान नर्सरी केन्द्र ऊखीमठ को हॉर्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर के रूप विकसित करने के लिए शासन से 1.43 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है. वहीं, गत दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इसका शिलान्यास कर चुके हैं. ग्रामीण निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग को केन्द्र के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है.

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वहीं, उद्यान केन्द्र में 53 लाख की लागत से 88.32 वर्गमीटर भूमि पर पहाड़ी शैली में होम स्टे का निर्माण कार्य किया जाएगा. निर्माण के बाद यह केन्द्र स्वयं सहायता महिला समूह को संचालन के लिए दिया जाएगा. इसके अलावा अन्य बजट से केन्द्र के पुराने भवन का मरम्मत कार्य, बिजली, पानी, गेट, पैदल रास्ते पर खर्च किया जाएगा. कार्यदायी संस्था की ओर से होम स्टे निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. भविष्य में केन्द्र के माध्यम से किसानों को उच्च गुणवत्ता के फल-पौधे उपलब्ध कराए जाने के साथ ही किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती के गुर भी सिखाए जाएंगे. इसके अलावा यहां पर किसानों को खेती का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे नई-नई तकनीकी से बागवानी की जानकारी एवं उनकी समस्याओं का हल भी किया जाएगा. यही नहीं, केन्द्र में पर्यटकों की आवाजाही बनी रहे, इसके लिए पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ाया जाएगा, जिससे केन्द्र का किसानों के साथ पर्यटकों को भी लाभ मिल सके.

वहीं, रुद्रप्रयाग के जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि आदर्श उद्यान केन्द्र ऊखीमठ को हॉर्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर का दर्जा दिया गया. यहां पर पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाने के लिए पहाड़ी शैली में होम स्टे का निर्माण हो रहा है. जिसका जिम्मा ग्रामीण निर्माण विभाग को दिया गया है. इसके अलावा यहां पर पुराने भवनों की मरम्मत का कार्य भी किया जाएगा. केन्द्र में किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की तकनीकी जानकारियों के साथ प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे किसानों के साथ ही पर्यटकों को केन्द्र का बेहतर लाभ मिल सके.

रुद्रप्रयाग: राजकीय आदर्श उद्यान केन्द्र ऊखीमठ को पर्यटन से जोड़ने के लिए पहाड़ी शैली में होम स्टे तैयार किया जाएगा. विभाग की मानें तो महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से होम स्टे का संचालन होगा. इससे महिला समूह को रोजगार मिलने के साथ उद्यान विभाग की आय में भी इजाफा होगा. क्षेत्र के प्राकृतिक सौन्दर्य को देखते हुए सरकार ने इस केन्द्र को हार्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है. होम स्टे बनने से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. वहीं, यहां जिले के किसानों को तकनीकी व वैज्ञानिक तरीके से बागवानी का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.

जिले में उद्यान विभाग ऊखीमठ के साथ ही स्यांरी व घिमतोली में तीन राजकीय उद्यान केन्द्र अस्तित्व में हैं. इन उद्यान केन्द्रों के माध्यम से विभिन्न फलों की पौध तैयार कर सचल उद्यान केन्द्रों में विपणन के लिए भेजी जाती है. ऊखीमठ में राजकीय आदर्श उद्यान नर्सरी की स्थापना वर्ष 1963 में हुई थी. वर्तमान में केन्द्र में उद्यान निरीक्षक, सहायक के साथ ही तीन संविदा व छह डेली मजदूर कार्यरत हैं. उद्यान केन्द्र की लगभग दो हेक्टेयर भूमि पर भवन निर्माण के साथ ही मौसम के अनुसार विभिन्न फलों की नर्सरी तैयार करने का कार्य होता है.

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वहीं, उद्यान केन्द्र की ओर से अब अखरोट की 110, आड़ू कलमी 1000, खुमानी 130 एवं पुलम की 80 कलमी पौध तैयार कर डिमांड के अनुसार संबंधित सचल उद्यान केन्द्रों को भेजी जा चुकी हैं. इसके अलावा यहां पर माल्टा, नीबू, नारंगी, अमरूद, कटहल, चुल्लू, आड़ू, अखरोट समेत कई फलों की नर्सरी मांग के अनुसार नर्सरी तैयार की जाती है. वर्तमान समय में आड़ू व चुल्लू के 50-50 किग्रा बीज एवं अखरोट के 100 किग्रा बीज बोए जा चुके हैं, जिनसे ग्राफ्ट के माध्यम से पौध तैयार की जाएगी.

उद्यान केन्द्र पर्यटन की दृष्टि से भी एक रमणीक स्थल होने के साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है. केन्द्र को बागवानी के साथ पर्यटन से जोड़ने को लेकर उद्यान विभाग ने पूर्व में शासन को प्रस्ताव भेजा था. इसके बाद राजकीय आदर्श उद्यान नर्सरी केन्द्र ऊखीमठ को हॉर्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर के रूप विकसित करने के लिए शासन से 1.43 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है. वहीं, गत दिनों मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत इसका शिलान्यास कर चुके हैं. ग्रामीण निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग को केन्द्र के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है.

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वहीं, उद्यान केन्द्र में 53 लाख की लागत से 88.32 वर्गमीटर भूमि पर पहाड़ी शैली में होम स्टे का निर्माण कार्य किया जाएगा. निर्माण के बाद यह केन्द्र स्वयं सहायता महिला समूह को संचालन के लिए दिया जाएगा. इसके अलावा अन्य बजट से केन्द्र के पुराने भवन का मरम्मत कार्य, बिजली, पानी, गेट, पैदल रास्ते पर खर्च किया जाएगा. कार्यदायी संस्था की ओर से होम स्टे निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. भविष्य में केन्द्र के माध्यम से किसानों को उच्च गुणवत्ता के फल-पौधे उपलब्ध कराए जाने के साथ ही किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती के गुर भी सिखाए जाएंगे. इसके अलावा यहां पर किसानों को खेती का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे नई-नई तकनीकी से बागवानी की जानकारी एवं उनकी समस्याओं का हल भी किया जाएगा. यही नहीं, केन्द्र में पर्यटकों की आवाजाही बनी रहे, इसके लिए पर्यटन की गतिविधियों को भी बढ़ाया जाएगा, जिससे केन्द्र का किसानों के साथ पर्यटकों को भी लाभ मिल सके.

वहीं, रुद्रप्रयाग के जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि आदर्श उद्यान केन्द्र ऊखीमठ को हॉर्टी टूरिज्म ग्रोथ सेंटर का दर्जा दिया गया. यहां पर पर्यटन की गतिविधियां बढ़ाने के लिए पहाड़ी शैली में होम स्टे का निर्माण हो रहा है. जिसका जिम्मा ग्रामीण निर्माण विभाग को दिया गया है. इसके अलावा यहां पर पुराने भवनों की मरम्मत का कार्य भी किया जाएगा. केन्द्र में किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की तकनीकी जानकारियों के साथ प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे किसानों के साथ ही पर्यटकों को केन्द्र का बेहतर लाभ मिल सके.

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