रुद्रप्रयाग: विश्व विख्यात ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदार (Kedarnath Yatra) के दर्शनों के लिये आने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. 2019 की तुलना में यहां आने वाले यात्रियों की संख्या में तीन गुना (Number of passengers increased in Kedarnath Dham) बढ़ गई है. लगातार बढ़ रही यात्रियों की संख्या ने प्रशासन के सामने भी कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं. ऐसे में प्रशासन ने अब केदारनाथ में रहने-खाने के साथ ही अतिरिक्त शौचालय और पेयजल की व्यवस्थ करनी शुरू कर दी है.
केदारनाथ में पांच दिनों के भीतर ही 95 हजार के करीब यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. वर्ष 2019 में छह माह के यात्रा सीजन में सबसे अधिक दस लाख यात्री केदारनाथ पहुंचे थे, लेकिन 2019 की तुलना में 2022 में केदारनाथ यात्रा तीन गुना अधिक बढ़ चुकी है. केदारनाथ धाम में मात्र सात से आठ हजार यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है, जबकि प्रतिदिन धाम जाने वाले यात्रियों की संख्या 18 से बीस हजार के करीब है. मौसम खराब होने के कारण कई यात्री नीचे नहीं लौट पा रहे हैं, जबकि हेली सर्विस भी मौसम खराब होने के कारण दोपहर बाद नहीं चल पा रही है. ऐसी स्थिति में केदारनाथ धाम में रात के समय रहने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ गई है. जिससे प्रशासन के सामने परेशानियां भी खड़ी हो गई हैं.
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वर्तमान में लिनचैली से लेकर केदारनाथ धाम तक सात से आठ हजार यात्रियों के रुकने की व्यवस्था है. लेकिन भीड़ अधिक होने व मौसम खराब होने के कारण धाम में रुकने वालों की संख्या दस हजार पार भी पहुंच जा रही है. यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण प्रशासन ने केदारनाथ धाम में गढ़वाल मंडल विकास निगम को अतिरिक्त टेंट लगाने के लिये कहा है. धाम में अब खाने के साथ ही शौचालय की भी अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं. यात्रियों की भीड़ को कंट्रोल करने और व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिये प्रशासन दोपहर 12 बजे बाद अब गुप्तकाशी, सोनप्रयाग, रुद्रप्रयाग सहित अन्य स्थानों में यात्रियों को रोक रहा है.
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रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा 18 से बीस हजार यात्री प्रत्येक दिन बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं. केदारनाथ में साढ़े सात से आठ हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था है. हेली व पैदल ट्रैक से कई यात्री नीचे लौट रहे हैं. यात्रियों की संख्या अधिक बढ़ने पर दिक्कतें हो रही हैं. ऐसे में केदारनाथ आने वाले यात्रियों को पहले से ही होटल-लाॅज बुक कराकर केदारनाथ आना चाहिये. 2019 की तुलना में यात्रा तीन गुना अत्यधिक बढ़ गई है.