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रुद्रप्रयाग: पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने किया सैनिक सम्मेलन

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Published : Jan 13, 2021, 4:00 PM IST

रुद्रप्रयाग में पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने कार्मिकों का सैनिक सम्मेलन किया. इस दौरान उन्होंने कार्मिकों से उनकी समस्याएं पूछी और उनके समाधान बताए.

dgp uttarakhand ashok kumar
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रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग के गुलाबराय स्थित रुद्राक्ष वेडिंग हाल में पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने रुद्रप्रयाग पुलिस में सेवा दे रहे पुलिस कार्मिकों का सैनिक सम्मेलन किया. इस दौरान उन्होंने कार्मिकों से उनकी समस्याएं पूछी, जिस पर 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार से यहां शान्ति व्यवस्था ड्यूटी के लिए आए दो पुलिस कार्मिकों व जनपद रुद्रप्रयाग के तीन पुलिस कार्मिकों द्वारा अपनी समस्याएं महानिदेशक के सामने रखी गईं, जिस पर पुलिस महानिदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा उठाई गई समस्याओं पर मुख्यालय स्तर से पूर्व में ही कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है.

वहीं, डीजीपी ने कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके द्वारा पुलिस कार्मिकों के कल्याण हेतु मुख्यालय स्तर पर व्यापक कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है, इसका व्यापक असर दिखने भी लगा है. कुछ ऐसे कार्य हैं, जिन पर मुख्यालय स्तर से योजना बनाकर प्रारम्भ किया जाना है. पुलिस कार्मिकों के मनोबल में वृद्वि तथा कल्याण हेतु प्रतिबद्व रहते हुए कार्य किए जा रहे हैं.

इसके साथ ही पुलिस की वर्दी में एकरूपता लाए जाने हेतु पुलिस के सभी स्तर के जवानों को मोनोग्राम लगाए जाने के आदेश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं. वहीं उन्होंने सभी पुलिस कार्मिकों को निर्देशित किया कि हर कार्मिक को जन सेवा हेतु बड़ी संवेदनशीलता से कार्य करना चाहिए. उन्होंने अपेक्षा की कि हर कार्मिक अपने कर्तव्यों एवं व्यवहार के प्रति संवेदनशील और सजग बनें, जिससे आम जन-मानस में पुलिस के प्रति विश्वास और सम्मान की भावना बढ़े. उन्होंने कार्मिकों को सचेत करते हुए कहा कि कार्य व व्यवहार में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

ये भी पढ़ेंः काशीपुर के प्रो. राजीव आहूजा बने IIT रोपड़ के निदेशक

इसके साथ ही डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस महकमें में हर स्तर पर जबाबदेही तय है. उन्होंने अवगत कराया कि महकमे के कार्मिकों के कल्याण के लिए हर उचित निर्णय लिया जा रहा है. किसी भी सकारात्मक सुझाव का स्वागत किया जाएगा. इसके साथ ही जनपद के जिला मुख्यालय, पर्यटक स्थल चोपता समेत करीब 80 गांव जल्द पुलिस क्षेत्र से जुडेंगे. इस सम्बन्ध में अब जल्द शासनादेश भी जारी हो जाएगा. इसके अतिरिक्त डीजीपी अशोक कुमार ने जनता से सीधे जुड़कर उनकी समस्याओं को सुनने के लिए जनसंवाद कार्यक्रम में शिरकत की. जनसंवाद कार्यक्रम में जिले के दूरस्थ क्षेत्र ऊखीमठ, गुप्तकाशी व अन्य क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग समस्याओं को लेकर पहुंचे, जिन्हें डीजीपी ने सुना.

जनसंवाद में जिले के जिला मुख्यालय समेत करीब 80 गांवों को जल्द राजस्व पुलिस क्षेत्र से हटाकर रेगुलर पुलिस क्षेत्र में जोड़ने को लेकर लोगों ने मांग उठाई, जिस पर डीजीपी ने जल्द इस संबन्ध में शासनादेश जारी होने की बात कही. वहीं, जनसंवाद में पहाड़ में नशा के कारोबार को रोकने, यात्रा सीजन में जाम, पार्किंग आदि विषयों पर भी आई समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया. डीजीपी ने कहा कि उत्तराखण्ड़ पुलिस में बहुत से सुधार के कार्य गतिमान हैं. पुलिस के कार्यों में पारिदर्शिता लाने की ओर बढ़ा जा रहा है. सम्मेलन में जनपद पुलिस, पीएसी व एसडीआरएफ सहित कुल 172 पुलिस कार्मिक उपस्थित रहे.

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग के गुलाबराय स्थित रुद्राक्ष वेडिंग हाल में पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने रुद्रप्रयाग पुलिस में सेवा दे रहे पुलिस कार्मिकों का सैनिक सम्मेलन किया. इस दौरान उन्होंने कार्मिकों से उनकी समस्याएं पूछी, जिस पर 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार से यहां शान्ति व्यवस्था ड्यूटी के लिए आए दो पुलिस कार्मिकों व जनपद रुद्रप्रयाग के तीन पुलिस कार्मिकों द्वारा अपनी समस्याएं महानिदेशक के सामने रखी गईं, जिस पर पुलिस महानिदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा उठाई गई समस्याओं पर मुख्यालय स्तर से पूर्व में ही कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है.

वहीं, डीजीपी ने कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके द्वारा पुलिस कार्मिकों के कल्याण हेतु मुख्यालय स्तर पर व्यापक कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है, इसका व्यापक असर दिखने भी लगा है. कुछ ऐसे कार्य हैं, जिन पर मुख्यालय स्तर से योजना बनाकर प्रारम्भ किया जाना है. पुलिस कार्मिकों के मनोबल में वृद्वि तथा कल्याण हेतु प्रतिबद्व रहते हुए कार्य किए जा रहे हैं.

इसके साथ ही पुलिस की वर्दी में एकरूपता लाए जाने हेतु पुलिस के सभी स्तर के जवानों को मोनोग्राम लगाए जाने के आदेश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं. वहीं उन्होंने सभी पुलिस कार्मिकों को निर्देशित किया कि हर कार्मिक को जन सेवा हेतु बड़ी संवेदनशीलता से कार्य करना चाहिए. उन्होंने अपेक्षा की कि हर कार्मिक अपने कर्तव्यों एवं व्यवहार के प्रति संवेदनशील और सजग बनें, जिससे आम जन-मानस में पुलिस के प्रति विश्वास और सम्मान की भावना बढ़े. उन्होंने कार्मिकों को सचेत करते हुए कहा कि कार्य व व्यवहार में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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इसके साथ ही डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस महकमें में हर स्तर पर जबाबदेही तय है. उन्होंने अवगत कराया कि महकमे के कार्मिकों के कल्याण के लिए हर उचित निर्णय लिया जा रहा है. किसी भी सकारात्मक सुझाव का स्वागत किया जाएगा. इसके साथ ही जनपद के जिला मुख्यालय, पर्यटक स्थल चोपता समेत करीब 80 गांव जल्द पुलिस क्षेत्र से जुडेंगे. इस सम्बन्ध में अब जल्द शासनादेश भी जारी हो जाएगा. इसके अतिरिक्त डीजीपी अशोक कुमार ने जनता से सीधे जुड़कर उनकी समस्याओं को सुनने के लिए जनसंवाद कार्यक्रम में शिरकत की. जनसंवाद कार्यक्रम में जिले के दूरस्थ क्षेत्र ऊखीमठ, गुप्तकाशी व अन्य क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग समस्याओं को लेकर पहुंचे, जिन्हें डीजीपी ने सुना.

जनसंवाद में जिले के जिला मुख्यालय समेत करीब 80 गांवों को जल्द राजस्व पुलिस क्षेत्र से हटाकर रेगुलर पुलिस क्षेत्र में जोड़ने को लेकर लोगों ने मांग उठाई, जिस पर डीजीपी ने जल्द इस संबन्ध में शासनादेश जारी होने की बात कही. वहीं, जनसंवाद में पहाड़ में नशा के कारोबार को रोकने, यात्रा सीजन में जाम, पार्किंग आदि विषयों पर भी आई समस्याओं के निदान का आश्वासन दिया. डीजीपी ने कहा कि उत्तराखण्ड़ पुलिस में बहुत से सुधार के कार्य गतिमान हैं. पुलिस के कार्यों में पारिदर्शिता लाने की ओर बढ़ा जा रहा है. सम्मेलन में जनपद पुलिस, पीएसी व एसडीआरएफ सहित कुल 172 पुलिस कार्मिक उपस्थित रहे.

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