रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में दूधगंगा नदी पर पैदल आवाजाही के लिए बनाये गए वैकल्पिक पुल से पानी गुजर रहा है. ऐसे में मजदूर जान जोखिम में डालकर पुल से नदी को आर-पार कर रहे हैं. स्थिति इतनी भयंकर है कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. वहीं दूसरी ओर भारी बारिश के चलते केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया है. पैदल यात्रा मार्ग के कई स्थानों पर रास्तों का नामोनिशान तक मिट गया है.
बारिश से केदारनाथ से लेकर रुद्रप्रयाग तक जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. केदारनाथ धाम से मंदाकिनी सहित सहायक नदियां उफान पर बह रही हैं. धाम में दूधगंगा नदी पर बनाया गया अस्थायी लकड़ी का पैदल पुल भी खतरे में आ गया है.
पढ़ें- देश कर रहा 5G नेटवर्क की तैयारी, उत्तराखंड में बिना सिग्नल ऑनलाइन पढ़ाई पड़ रही भारी
पैदल पुल तक नदी का तेज प्रवाह पहुंच गया है. बावजूद इसके मजदूर इसी पुल से जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं. मजदूरों के साथ कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. अस्थायी पुल के बगल में डीडीएमए की ओर से स्थायी पुल का निर्माण किया जा रहा है. यह कार्य भी बारिश के कारण बंद पड़ा हुआ है. इसके अलावा धाम में शंकराचार्य समाधि स्थल, तीर्थ पुरोहित भवन निर्माण का कार्य भी ठप हो चुका है.
पढ़ें- लच्छीवाला फ्लाईओवर के लिंक रोड की दीवार में आई दरार, कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
वहीं, केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग भी बारिश और भूस्खलन के चलते जगह-जगह बंद हो गया है. यात्रा मार्ग का कई स्थानों पर रास्तों का नामोनिशान मिट गया है. फिलहाल, इस मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है. लगातार बारिश से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं.