रुद्रप्रयाग: एक ओर जहां चारधाम यात्रा जोरों पर चल रही है, वहीं दूसरी ओर बदरीनाथ हाईवे की कई जगहों पर बुरी स्थिति है. हाईवे पर जगह-जगह उखड़ चुका डामर, बड़े-बड़े गड्ढे और धूल चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को परेशान कर रहे हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोक निर्माण विभाग ने यात्रा शुरू होने से पहले हाईवे के सुधारीकरण की बात कही थी, लेकिन धरातल पर उस तरह का सुधारीकरण दिख नहीं रहा, जिसका खामियाजा चारधाम यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है.
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर खांखरा और नौगांव के बीच बदरीनाथ हाईवे बदहाल स्थिति में है. यहां हाईवे पर न ही गड्ढों को भरा गया है और न ही डामर बिछाया गया है. इन गड्ढों के ऊपर सफर करते समय यात्रियों को हिचकोले खाने पड़ रहे हैं. इतना ही नहीं, यहां सबसे अधिक परेशानी धूल के कारण हो रही है.
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बरसात में हाईवे जहां कीचड़ में तब्दील हो रहा है, वहीं धूप खिलते ही हाईवे पर धूल ही धूल उड़ रही है. धूल के कारण आस-पास का क्षेत्र भी स्पष्ट नहीं देखा जा रहा है और धूल होने से हाइवे पर वाहनों की लंबी कतारें भी लग रही हैं. यात्रा शुरू होने से पहले एनएच ने हाईवे सुधारीकरण के तमाम दावे किए थे. डामरीकरण और गड्ढों को भरने की बात कही गई थी, लेकिन धरातल पर कुछ भी कार्य नजर नहीं आ रहा है.
सामाजिक कार्यकर्ता बुद्धिबल्लभ ममगाईं ने बताया कि नरकोटा से सिरोबगड़ तक हाईवे पर दो से तीन जगहों पर स्थिति बेहद ही खराब बनी हुई है. तीन दशक से सिरोबगड़ का ट्रीटमेंट नहीं हो पाया है, जबकि इस स्थान पर राजमार्ग की स्थिति को सुधारा भी नहीं जा रहा है. उन्होंने बताया कि यहां पर बड़े-बड़े गड्ढों से होकर श्रद्धालुओं को गुजरना पड़ता है. खांखरा से पहले नौगांव में राजमार्ग पर धूल ही धूल उड़ रही है, जबकि सिरोबगड़ में जान हथेली पर रखकर श्रद्धालु सफर तय करने को मजबूर हैं.
वहीं, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का कहना है कि जिन स्थानों पर हाईवे की बुरी स्थिति बनी है, वहां पर जल्द ही गड्ढों के साथ ही डामर बिछाने का कार्य पूरा किया जा रहा है.