रुद्रप्रयाग: तल्लानागपुर पट्टी के ग्राम सभा नारी गांव में पांडव नृत्य आयोजन में चक्रव्यूह का मंचन किया गया. चक्रव्यूह के दौरान अर्जुन पुत्र अभिमन्यु ने छह द्वारों को ध्वस्त किया, जबकि सातवें द्वार पर दुर्योधन ने वीर अभिमन्यु को गोदी में बैठा कर षडयंत्र के तहत उसका वद्ध किया. इस दृश्य के मंचन ने दर्शकों को भावुक कर दिया.
चक्रव्यूह मंचन के दौरान कौरवों की ओर से रचाये गए चक्रव्यूह के छह द्वारों को अर्जुन पुत्र अभिमन्यु ने आसानी से भेद दिया, मगर अंतिम सातवें द्वार पर दुर्योधन और अन्य कौरव दल ने छल करके वीर अभिमन्यु का वध कर दिया. आयोजन में मुख्य अतिथि कुलदीप रावत ने युवाओं से कहा कि ऐसे मेले सौहार्द का संदेश देते हैं. उन्होंने कहा कि वे जनता की सेवा के लिए सदैव तत्पर हैं.
विशिष्ट अतिथि दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संजय दरमोड़ा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हमारी पौराणिक परंपराएं जीवित हैं. उन्होंने कहा कि पहाड़ के प्रत्येक व्यक्ति को इन्हें संजोने का प्रयास करना चाहिए. जिससे नई पीढ़ी भी अपनी पौराणिक परंपराओं और रीति-रिवाजों के बारे में जान सके. जिपं उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने कहा कि पांडव लीला, नृत्य आदि के आयोजन में जिले का विशेष महत्व है. उन्होंने यहां मैदान निर्माण के लिए 2 लाख की धनराशि देने की घोषणा की.
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विधायक मनोज रावत के प्रतिनिधि लक्ष्मण रावत ने कहा कि पांडव केदारघाटी से होकर ही स्वर्गारोहणी के लिए गए थे, जिसके चलते यह देवभूमि के रूप में जानी जाती है. चक्रव्यूह मंचन का संचालन अध्यापक बृजमोहन सजवाण ने किया. चक्रव्यूह मंचन में पांडव दल से अभिमन्यु का अभिनय आकाश रावत ने किया.