रुद्रप्रयाग: बांसबाड़ा-बसुकेदार मोटरमार्ग पर मंदाकिनी नदी पर बना पुल जर्जर हालत में है. स्थिति यह है कि पुल के किनारे और बीच में बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं. लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है. मुसीबत के समय यही मोटरमार्ग काम आता है. लेकिन मोटरमार्ग की सुध न लिए जाने से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश भी बना हुआ है.
बता दें कि इस मोटरमार्ग पर पड़े इन गड्ढों को पार करते समय कई बार वाहनों के पहिए भी फंस जाते हैं. केदारनाथ हाईवे जब भी बांसबाड़ा में भूस्खलन के कारण बंद होता है, तो गुप्तकाशी से बसुकेदार होते हुए वाहनों की आवाजाही इसी मोटरमार्ग से होती है. वहीं पिछले कुछ सालों से यह मोटरमार्ग बरसाती सीजन में स्थानीय जनता के अलावा केदारनाथ आने-जाने वाले यात्रियों के लिये लाभकारी सिद्ध हो रहा है, लेकिन मोटरमार्ग के पुल की स्थिति जर्जर होने से दिक्कतें हो रही हैं. यह मोटरमार्ग बसुकेदार क्षेत्र के दर्जनों गांवों को भी जोड़ता है. वहीं इस समस्या को लेकर क्षेत्रीय ग्रामीण कई बार संबंधित विभाग को अवगत करा चुके हैं. लेकिन फिर भी सुध नहीं ली जा रही है.
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सिंगोली-भटवाड़ी जल विद्युत परियोजना का निर्माण करने वाली एलएंडटी कंपनी ने इस पुल का निर्माण किया था. शुरुआती चरण में जब मोटरमार्ग कंपनी के हवाले था, तो पुल और मोटरमार्ग की स्थिति सही थी. लेकिन लोनिवि को सौंपने के बाद स्थिति बदतर हो गई है.
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता अमित सजवाण ने बताया कि पुल और मोटरमार्ग की स्थिति बहुत ही दयनीय है. पुल के किनारे और बीच में गड्ढे हो गए हैं. जब से मोटरमार्ग और पुल लोनिवि के हवाले हुआ है, तब से इसकी दयनीय स्थिति हो गई है. पुल के बीच में बड़ा गड्ढा बना हुआ है. शासन-प्रशासन और विभाग के अधिकारियों को भी सबकुछ पता है, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है.