रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा के शुरुआती चरणों में ही व्यवस्थाएं पटरी से उतरती नजर आ रही हैं. हालात ये हैं कि रुद्रप्रयाग से केदारनाथ और बदरीनाथ जाने के लिये यात्रियों को गाड़ियां नहीं मिल पा रही हैं. यात्रियों को घंटों तक वाहनों के लिए चिलचिलाती धूप में इंतजार करना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चर संचालकों की बदतमीजी से भी यात्री परेशान हो रहे हैं.
बता दें चारधाम यात्रा अपने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ती जा रही है. केदारनाथ यात्रा की बात करें तो यात्रा के छठवें दिन ही एक लाख से अधिक भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ के दर्शनों के लिये श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. इस हुजूम के कारण शासन-प्रशासन की व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई हैं. जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सबसे बड़ी परेशानी यात्रियों को धाम तक पहुंचने में हो रही है. घंटों तक यात्रियों को वाहन नहीं मिल रहे हैं. वाहनों के लिये रुद्रप्रयाग और गुप्तकाशी में यात्री घंटों तक सड़क किनारे खड़े हो रहे हैं.
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मामले में रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच शटल सेवा में दो सौ के लगभग वाहन चल रहे हैं. जिस कारण दिक्कतें हो रही हैं. परिवहन विभाग और वाहन स्वामियों को अन्य रूटों पर भी वाहन व्यवस्था संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं.
बता दें केदारनाथ यात्रा में साल 2019 की अपेक्षा इस साल यात्रियों की संख्या में तीन गुना इजाफा (Number of passengers increased in Kedarnath Dham) हुआ है. यात्रियों की संख्या बढ़ने से व्यवस्थाएं बिगड़ने (Arrangements deteriorated in Kedarnath Dham) लगी हैं. केदारनाथ धाम में भी खाने-पीने के साथ ही रहने और शौचालय की दिक्कतें पेश आने लगी हैं. तमाम दिक्क्तों को देखते हुए प्रशासन भी एक्शन में आ गया है.