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इन बीमारियों के इलाज के लिए नहीं लगानी पड़ेगी शहरों की दौड़, डॉक्टर की तैनाती से मिली राहत - health Department

Agastyamuni Hospital रुद्रप्रयाग के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में सोनोलॉजिस्ट की तैनाती के बाद लोगों को शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा. डॉक्टर की तैनाती की मांग लंबे समय से चल रही थी. वहीं डॉक्टर की तैनाती के बाद जिले के मरीजों को अगस्त्यमुनि में ही बेहतर इलाज मिल पाएगा.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 5, 2024, 9:17 AM IST

रुद्रप्रयाग: जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार कोशिश जारी है. इसी कड़ी में जिले को सोनोलॉजिस्ट फिजिशियन मिल गया है. स्वास्थ्य विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में चेस्ट फिजिशियन को तैनात किया है. जिसके बाद मरीजों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विमल सिंह गुसाईं ने बताया कि शासन ने पूर्व डॉ. अतुल उपाध्याय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में बतौर चेस्ट फिजिशियन तैनात किया है. उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर दिया है. बताया कि चेस्ट फिजिशियन की तैनाती होने से दमा, निमोनिया, सांस व फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों के मरीजों को जनपद में ही विशेषज्ञ सेवा मिल पाएगी. चेस्ट फिजिशीयन की तैनाती होने से जहां सांस व फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों के उपचार के लिए जनपद के वाशिंदों को अब अन्य शहरों की दौड़ नहीं लगानी होगी. वहीं, अब टीबी मुक्त अभियान को भी गति मिल पाएगी.
पढ़ें-देहरादून और रुद्रपुर जिला अस्पताल को मिला श्रेष्ठ अवार्ड, 144 हॉस्पिटलों को दिया गया कायाकल्प सम्मान

गौर हो कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रयास लगातार जारी है. वहीं कई मामलों में टीबी लक्षणों को छुपाने की प्रवृत्ति के दृष्टिगत ऐसे मामलों के टीबी संक्रमण होने की आशंका बनी रही है. ऐसे में चेस्ट फिजिशियन के पास उपचार के लिए आने वाले मामलों की तत्काल टीबी जांच कर अधिक से अधिक केसों को ढूंढकर उनका उपचार किया जा सकता है, जिससे टीबी मुक्त अभियान को गति मिलेगी. उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में स्वास्थ्य सेवाओं की सुदृढीकरण की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत बीते एक वर्ष में सीएचसी अगस्त्यमुनि में जनरल सर्जन, सोनोलॉजिस्ट की तैनाती की गई, वहीं एक माह पूर्व बाल रोग विशेषज्ञ भी तैनात किया गया है.

रुद्रप्रयाग: जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार कोशिश जारी है. इसी कड़ी में जिले को सोनोलॉजिस्ट फिजिशियन मिल गया है. स्वास्थ्य विभाग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में चेस्ट फिजिशियन को तैनात किया है. जिसके बाद मरीजों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा.

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विमल सिंह गुसाईं ने बताया कि शासन ने पूर्व डॉ. अतुल उपाध्याय को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में बतौर चेस्ट फिजिशियन तैनात किया है. उन्होंने अपना कार्यभार ग्रहण कर दिया है. बताया कि चेस्ट फिजिशियन की तैनाती होने से दमा, निमोनिया, सांस व फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों के मरीजों को जनपद में ही विशेषज्ञ सेवा मिल पाएगी. चेस्ट फिजिशीयन की तैनाती होने से जहां सांस व फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों के उपचार के लिए जनपद के वाशिंदों को अब अन्य शहरों की दौड़ नहीं लगानी होगी. वहीं, अब टीबी मुक्त अभियान को भी गति मिल पाएगी.
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गौर हो कि जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए प्रयास लगातार जारी है. वहीं कई मामलों में टीबी लक्षणों को छुपाने की प्रवृत्ति के दृष्टिगत ऐसे मामलों के टीबी संक्रमण होने की आशंका बनी रही है. ऐसे में चेस्ट फिजिशियन के पास उपचार के लिए आने वाले मामलों की तत्काल टीबी जांच कर अधिक से अधिक केसों को ढूंढकर उनका उपचार किया जा सकता है, जिससे टीबी मुक्त अभियान को गति मिलेगी. उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में स्वास्थ्य सेवाओं की सुदृढीकरण की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है. जिसके तहत बीते एक वर्ष में सीएचसी अगस्त्यमुनि में जनरल सर्जन, सोनोलॉजिस्ट की तैनाती की गई, वहीं एक माह पूर्व बाल रोग विशेषज्ञ भी तैनात किया गया है.

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