रुद्रप्रयाग/ऋषिकेश: अधिवक्ताओं ने न्यायिक अधिकारियों पर सहयोग नहीं करने और बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाया. जिसके विरोध में बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड के आह्वान पर अधिवक्ताओं ने कोर्ट परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए कार्य बहिष्कार किया. वहीं, अधिवक्ताओं के कार्य बहिष्कार से कोर्ट परिसर पहुंचे फरियादियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कोर्ट बेंच और अधिवक्ताओं के बीच अच्छा सामंजस्य होना जरूरी है. अधिवक्ताओं ने कहा अधिकांश न्यायिक अधिकारी उनके से अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं. वही न्याय प्रक्रिया में भी अधिवक्ताओं का साथ नहीं दे रहे हैं. जिस कारण अधिवक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पूरे प्रदेश में यही स्थिति बनी हुई है. विवश होकर अधिवक्ताओं को कार्य बहिष्कार करने के साथ ही धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है. आगे भी स्थिति नहीं सुधरी तो कठोर निर्णय लिया जाएगा.
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ऋषिकेश में भी न्यायिक अधिकारियों पर सहयोग नहीं करने और बुरा बर्ताव करने का आरोप लगाते हुए ऋषिकेश बार एसोसिएशन ने दो घंटे का धरना दिया. साथ ही एक दिवसीय कार्य बहिष्कार करते हुए न्यायिक अधिकारियों से सहयोग की मांग की.
इस दौरान उन वकीलों की सूची भी बनाई गई जो, धरने में शामिल नहीं हुए. यह सूची उत्तराखंड बार काउंसिल को भेजी जाएगी. बार एसोसिएशन के सचिव नवानी ने बताया कि न्यायिक अधिकारी वकीलों को सहयोग नहीं कर रहे हैं. वकीलों के साथ बुरा बर्ताव भी किया जा रहा है. इसलिए उत्तराखंड बार काउंसिल के निर्देश पर पूरे प्रदेश में वकीलों ने एक दिवसीय हड़ताल किया.
धरने के माध्यम से न्यायिक अधिकारियों को संदेश दिया गया कि वह वकीलों के साथ सहयोग करें और बुरा बर्ताव न करें. वहीं, वकीलों की एक दिवसीय हड़ताल होने के कारण बिना जानकारी के कोर्ट कचहरी से संबंधित कार्य निपटाने पहुंचे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. लोग अधिवक्ताओं के हड़ताल के चलते बैरंग लौट गए.