पिथौरागढ़: देवभूमि में इस बार रक्षाबंधन कुछ खास अंदाज में मनाया जाएगा. बहनें अपने भाइयों की कलाई पर प्लास्टिक या फिर चाइनीज राखियां नहीं बल्कि रिंगाल की राखियां बांधेंगी. जिसके लिए पिथौरागढ़ जिले में महिलाओं ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. रिगांल से बनी एक राखी की कीमत मात्र 25 रुपये रखी गई है.
रिंगाल से बन रही राखियां हस्तशिल्प कला का बेजोड़ नमूना माना जा रहा है. इन राखियों को जल्द ही बाजार में उतारा जाएगा. पिथौरागढ़ के जैती गांव में इस समय 25 महिलाएं राखियां बनाने के काम में जुटी हुई हैं. ये पहला मौका है जब प्रदेश में रिंगाल से राखियां तैयार की गई हैं. बता दें कि राखियां के अलावा महिलाएं रिंगाल से बनी टोकरियां, दोने और चटाइयों समेत कई तरह की चीजें बना रही हैं.
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जानकारी के अनुसार उत्तरापथ संस्था द्वारा मुनस्यारी की महिलाओं को पहले रिंगाल से राखी बनाने की ट्रेनिंग दी गयी. जिसके बाद अब महिलाएं राखी बनाने में पूरी तरह पारंगत हो गयी हैं. महिलाओं को संस्था द्वारा 40,000 की राखियां बनाने का ऑर्डर दिया गया है, ताकि पिथौरागढ़ बाजार में इस बार रिंगाल की राखियों का स्टॉल लगाया जा सके.
रिंगाल की एक राखी की कीमत 25 रुपये तय की गई है. महिलायें इस बार रिंगाल की राखियां भाइयों की कलाई में बांधकर स्पेशल तरीके से रक्षाबंधन मनाएंगी. इस मुहिम से पहाड़ की खत्म हो रही हस्तशिल्प कला को जहां बल मिलेगा, वहीं पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश भी जा रहा है.