बेरीनाग: थल तहसील के ससकेत गांव में बीपीएल महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं. इन महिलाओं का समूह पहाड़ी वनस्पति क्वैराल और तिमूल का अचार बनाकर बेच रही हैं. जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हो रहा है.
बता दें कि पहाड़ में उगने वाली हर वनस्पति का प्रयोग किया जाता है. क्वैराल और तिमूल भी पहाड़ी क्षेत्र के वनस्पति हैं. इन दोनों का प्रयोग पेट से संबधी विभिन्न बीमारियों को दूर करने के प्रयोग किया जाता है. क्वैराल का प्रयोग रायता, सब्जी आदि में किया जाता है. जबकि तिमूल चटनी बनाने में काम आती है.
वहीं, महिला समूह की अध्यक्ष गंगा कार्की बताती है कि महिलाएं अचार बना रही हैं. जिसकी बाजार में बहुत अधिक ब्रिकी भी हो रही है. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है और महिलाओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है. गंगा ने कहा कि अगर सरकार महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को प्रमुखता दे तो महिलाओं को घर पर ही रोजगार दिया जा सकता है.