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बेरीनाग में ग्रामीणों ने गुलदार का निवाला बनी बच्ची का शव उठाने से किया मना, जिला प्रशासन से रखी ये मांग - बेरीनाग में गुलदार हमला न्यूज

leopard attack on girl in Berinag बेरीनाग के कलेत गांव में बीती रात 4 साल की बच्ची को गुलदार द्वारा अपना निवाला बनाने के मामले में ग्रामीणों ने शव लेने से मना कर दिया है. इसी बीच जिला प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक देखने को मिली. हालांकि एसडीएम और वन क्षेत्राधिकारी के समझाने के बाद ग्रामीणों ने शव को उठाया.

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Published : Aug 18, 2023, 7:00 PM IST

Updated : Aug 18, 2023, 11:01 PM IST

बच्ची का शव उठाने से किया मना

बेरीनाग: तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित चचरेत ग्राम पंचायत के कलेत गांव में बीती रात 4 साल की बच्ची पर गुलदार ने हमला कर दिया था और उसे घर से उठाकर जंगल की तरफ ले गया था. जिसके बाद काफी छानबीन करने पर बच्ची का शव बरामद हुआ और शुक्रवार को पोस्टमार्टम करके परिजनों को सौंपा गया, लेकिन ग्रामीणों ने शव लेने से इंकार कर दिया. साथ ही उन्होंने परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को वन विभाग में नौकरी, गुलदार को आदमखोर घोषित करने समेत गांव में 20 पिंजरा लगाने की मांग उठाई है.

ग्रामीणों ने शव उठाने से किया मना: ग्रामीणों ने एसडीएम अनिल कुमार और वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा का घेराव किया और मांगें पूरी न होने तक शव को उठाने से इंकार कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों और प्रशासन के बीच जमकर बहस हुई. तीन घंटे तक ग्रामीणों ने शव नहीं उठाया. हालांकि एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला और वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा के समझाने के बाद ग्रामीण मानें और शव को उठाया.

प्रशासन से ग्रामीणों की मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग: पूर्व दर्जा राज्य मंत्री खजान गुड्डू और नगर पालिका अध्यक्ष हेम पंत ने प्रशासन से ग्रामीणों की मांगों को शीघ्र पूरा करने और ग्रामीणों की सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने दो स्ट्रीट लाइटें प्रभावित परिवार के घर के पास लगाने की बात कही है. इसके अलावा एसडीएम ने गौशाला, शौचालय और पोलियो हाउस प्रभावित परिवार को देने के लिए बीडीओ को आदेश दिया है.

चार घंटे के बाद मिला था बच्ची का शव: बीते दिन गुलदार ने राखी को झपटा मारकर घायल कर दिया था और उसे उठाकर ले गया था. बारिश और कोहरा होने के कारण वन विभाग, पुलिस और ग्रामीणों को चार घंटे का समय लगा. घर से 200 मीटर दूरी पर गुलदार बच्ची को निवाला बना रहा था. शोर मचाने के बाद गुलदार शव को छोड़कर भागा, लेकिन तब तक शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुका था.

तीन दिन तक स्कूल में छुट्टी के आदेश: चचरेत गांव में गुलदार के आंतक को देखते हुए एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने खंड शिक्षा अधिकारी को राजकीय प्राथमिक विद्यालय चचरेत को तीन दिनों तक बंद रखने के आदेश दिए हैं. ग्रामीणों ने बताया जिस स्थान पर बच्ची को गुलदार ने मारा है. उसके पास में ही स्कूल है. जिससे डर का माहौल बना हुआ है.

गांव में वन विभाग ने पहुंचाया पिंजरा: गुलदार के आंतक के बाद वन विभाग ने गांव में एक पिंजरा लगा दिया है और चार टीमें गश्त कर रही हैं. साथ ही कैमरे भी लगा दिए हैं. एक साल के भीतर दो बच्चों को गुलदार द्वारा मारे जाने पर गांव में भय का माहौल बना हुआ है.

ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग: ग्रामीणों ने बताया कि गांव में भय का माहौल बना हुआ है. आलम ये है कि महिलाएं घरों से बाहर नहीं जा रही हैं और बच्चों को भी स्कूल नहीं भेजा जा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और सरकार को सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए.
ये भी पढ़ें: चचरेत गांव में गुलदार का आतंक, बच्ची को घर के आंगन से उठा ले गया लेपर्ड, क्षत विक्षत हालत में मिला शव

मुआवजे के रूप में चार लाख की दी जाएगी धनराशि: डीएफओ जीवन मोहन दगाडे ने बताया कि बच्ची के परिजनों को मुआवजे के रूप में चार लाख की धनराशि दी जाएगी. जिसमें राहत के रूप अभी 1लाख 20हजार की राशि दी जा रही है. गांव में पिंजरा लगाने की अनुमति प्राप्त कर ली है और पिंजरा भी लगा दिया गया है. उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीमों को गांवों में तैनात कर दिया है, जो 24 घंटे गांव में गश्त करेंगी.

ये भी पढ़ें: Watch: दबे पांव कुत्ते को उठाने आया गुलदार, लेकिन इस वजह से हुआ नाकाम, देखिए वीडियो

बच्ची का शव उठाने से किया मना

बेरीनाग: तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित चचरेत ग्राम पंचायत के कलेत गांव में बीती रात 4 साल की बच्ची पर गुलदार ने हमला कर दिया था और उसे घर से उठाकर जंगल की तरफ ले गया था. जिसके बाद काफी छानबीन करने पर बच्ची का शव बरामद हुआ और शुक्रवार को पोस्टमार्टम करके परिजनों को सौंपा गया, लेकिन ग्रामीणों ने शव लेने से इंकार कर दिया. साथ ही उन्होंने परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को वन विभाग में नौकरी, गुलदार को आदमखोर घोषित करने समेत गांव में 20 पिंजरा लगाने की मांग उठाई है.

ग्रामीणों ने शव उठाने से किया मना: ग्रामीणों ने एसडीएम अनिल कुमार और वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा का घेराव किया और मांगें पूरी न होने तक शव को उठाने से इंकार कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों और प्रशासन के बीच जमकर बहस हुई. तीन घंटे तक ग्रामीणों ने शव नहीं उठाया. हालांकि एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला और वन क्षेत्राधिकारी चंदा मेहरा के समझाने के बाद ग्रामीण मानें और शव को उठाया.

प्रशासन से ग्रामीणों की मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग: पूर्व दर्जा राज्य मंत्री खजान गुड्डू और नगर पालिका अध्यक्ष हेम पंत ने प्रशासन से ग्रामीणों की मांगों को शीघ्र पूरा करने और ग्रामीणों की सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने दो स्ट्रीट लाइटें प्रभावित परिवार के घर के पास लगाने की बात कही है. इसके अलावा एसडीएम ने गौशाला, शौचालय और पोलियो हाउस प्रभावित परिवार को देने के लिए बीडीओ को आदेश दिया है.

चार घंटे के बाद मिला था बच्ची का शव: बीते दिन गुलदार ने राखी को झपटा मारकर घायल कर दिया था और उसे उठाकर ले गया था. बारिश और कोहरा होने के कारण वन विभाग, पुलिस और ग्रामीणों को चार घंटे का समय लगा. घर से 200 मीटर दूरी पर गुलदार बच्ची को निवाला बना रहा था. शोर मचाने के बाद गुलदार शव को छोड़कर भागा, लेकिन तब तक शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुका था.

तीन दिन तक स्कूल में छुट्टी के आदेश: चचरेत गांव में गुलदार के आंतक को देखते हुए एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने खंड शिक्षा अधिकारी को राजकीय प्राथमिक विद्यालय चचरेत को तीन दिनों तक बंद रखने के आदेश दिए हैं. ग्रामीणों ने बताया जिस स्थान पर बच्ची को गुलदार ने मारा है. उसके पास में ही स्कूल है. जिससे डर का माहौल बना हुआ है.

गांव में वन विभाग ने पहुंचाया पिंजरा: गुलदार के आंतक के बाद वन विभाग ने गांव में एक पिंजरा लगा दिया है और चार टीमें गश्त कर रही हैं. साथ ही कैमरे भी लगा दिए हैं. एक साल के भीतर दो बच्चों को गुलदार द्वारा मारे जाने पर गांव में भय का माहौल बना हुआ है.

ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग: ग्रामीणों ने बताया कि गांव में भय का माहौल बना हुआ है. आलम ये है कि महिलाएं घरों से बाहर नहीं जा रही हैं और बच्चों को भी स्कूल नहीं भेजा जा रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन और सरकार को सुरक्षा के इंतजाम करने चाहिए.
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मुआवजे के रूप में चार लाख की दी जाएगी धनराशि: डीएफओ जीवन मोहन दगाडे ने बताया कि बच्ची के परिजनों को मुआवजे के रूप में चार लाख की धनराशि दी जाएगी. जिसमें राहत के रूप अभी 1लाख 20हजार की राशि दी जा रही है. गांव में पिंजरा लगाने की अनुमति प्राप्त कर ली है और पिंजरा भी लगा दिया गया है. उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीमों को गांवों में तैनात कर दिया है, जो 24 घंटे गांव में गश्त करेंगी.

ये भी पढ़ें: Watch: दबे पांव कुत्ते को उठाने आया गुलदार, लेकिन इस वजह से हुआ नाकाम, देखिए वीडियो

Last Updated : Aug 18, 2023, 11:01 PM IST
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