पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में रसोई गैस का संकट (LPG crisis in Pithoragarh) बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते लोगों को कड़ाके की ठंड में सुबह से ही गैस सिलेंडर के लिए घंटो इंतजार करना पड़ रहा है. सिलेंडर की किल्लत के चलते कई लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है. वहीं, गैस सिलेंडर न मिलने पर लोगों में काफी आक्रोश भी दिख रहा है.
बता दें कि पिथौरागढ़ नगर में हर रोज 800 सिलेंडरों की खपत होती है, लेकिन पर्याप्त सिलेंडरों की आपूर्ति न हो पाने से गैस एजेंसियों को 400 सिलेंडर ही मिल पा रहे हैं. जिससे नगर की जनता में गैस सिलेंडर (Gas Cylinder) न मिलने से भारी आक्रोश है. पिथौरागढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों में तो स्थिति और खराब है.
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जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में रसोई गैस मिलना मुश्किल हो गया है, जिसके चलते गैस सिलेंडर रिफिल (Gas Cylinder refill) कराने को लोग सिलेंडर के साथ जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं. दिनभर की जद्दोजहद के बावजूद उन्हें भी कोई राहत नहीं मिल पा रही है.
दरअसल, पिथौरागढ़ के लिए काशीपुर (Kashipur LPG Gas Plant) में बने प्लांट से गैस सिलेंडरों की आपूर्ति होती है, लेकिन प्लांट बंद होने के कारण पिथौरागढ़ में गैस एजेंसियों के पास आपूर्ति के सापेक्ष कम सिलेंडर मिल रहे हैं.
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वहीं, जिला पूर्ति अधिकारी चित्रा रौतेला (District Supply Officer Chitra Rautela) का कहना है कि काशीपुर प्लांट से सिलेंडर आपूर्ति बहाल हो गई है. जल्द ही जिलें में गैस सिलेंडरों की कमी दूर हो जाएगी.
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