श्रीनगर: पिछले आठ माह से बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ी तोता घाटी में कुछ उम्मीद जगी है. लोक निर्माण विभाग जल्द बड़े वाहनों के आवागमन के लिए तोता घाटी में ट्रायल शुरू कर सकता है. इस ट्रायल पर प्रशासन, पुलिस और एनएच लोक निर्माण विभाग अपनी नजर बनाये रखेंगे.
ट्रायल सफल होने पर ही तोता घाटी में भारी वाहनों को जाने दिए जाएगा. ट्रायल 16 दिसम्बर से शुरू होगा. विदित हो हाल-फिलहाल तोता घाटी में मात्र छोटे वाहनों को ही आवागमन की इजाजत दी गयी है.
आपको बता दें कि ऑल वेदर परियोजना के तहत कौड़ियाला से देवप्रयाग के बीच 40 किलोमीटर के इस पैच पर पिछले आठ माह से परेशानी का सबब तोता घाटी बनी हुई है. इसके चलते ऋषिकेश-देवप्रयाग मार्ग बड़े वाहनों के यातायात के लिए बंद है. इससे देवप्रयाग, व्यासी, तीन धारा, सोड पानी सहित टिहरी और पौड़ी जिले के बहुत से क्षेत्रवासी आवाजाही के लिए परेशान हैं. इससे यहां के निवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को महंगे दामों पर टैक्सियां बुक करनी पड़ रही हैं.
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तहसीलदार देवप्रयाग सबल सिंह चौहान का कहना है कि ट्रायल के बाद ही बड़े वाहनों की आवाजाही तोता घाटी में की जाएगी. उन्होंने बताया कि यातायात सुरक्षित रहे इस बात को प्राथमिकता दी गयी है.
अभी लंबे रास्ते से जा रहे बड़े वाहन
दरअसल तोता घाटी में ऑल वेदर रोड का काम चलने से यहां बड़े वाहनों की आवाजाही रोकी गई है. इस कारण वाहनों को श्रीनगर से मलेथा-टिहरी-चंबा-नरेंद्रनगर होते हुए ऋषिकेश जाना पड़ रहा है. इससे पैसा तो ज्यादा खर्च हो ही रहा है, 45 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता भी तय करना पड़ रहा है. अगर तोता घाटी वाला रूट ट्रायल के बाद बड़े वाहनों के लिये खोल दिया जाता है तो धन और समय दोनों की बचत होगी.