बेरीनागः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन के चलते तमाम शिक्षण संस्थान भी बंद है. ऐसे में सरकारी विद्यालयों में लागू मध्याहन भोजन (मिड डे मील) योजना भी संचालित नहीं हो पा रही है. वहीं, सरकार की मध्याहन भोजन के बराबर का चावल और बाकी नगद धनराशि बच्चों को प्रदान करने की योजना है. जबकि, शिक्षक इनदिनों निर्धन बच्चों को पौष्टिक आहार दे रहे हैं.
दरअसल, पिथौरागढ़ राजकीय शिक्षक संघ ने अपनी जन-सहायतार्थ मुहिम के तहत जिले के अस्कोट क्षेत्र में बहू-बेटियों को भेटौला भेंट किया. साथ ही सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत गरीब व निर्धन परिवारों के बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने का कार्यक्रम शुरू किया है. जिलाध्यक्ष गोविंद भंडारी के नेतृत्व में सभी संगठनों के शिक्षक-शिक्षिकाओं की ओर से प्रत्येक बच्चे को 100 ग्राम बादाम, आधा दर्जन अंडे, एक दर्जन केले-संतरे और 1 किलो कच्चे चने दिए जा रहे हैं.
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कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर राइका अस्कोट, प्रावि अस्कोट प्रथम, प्रावि अस्कोट द्वितीय, राजकीय कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय खोलियागांव के बच्चों को उक्त पौष्टिक आहार सामग्री वितरित की गई. जिलाध्यक्ष गोविंद भंडारी ने बताया की उनका प्रयास है कि इस कठिन वक्त में शिक्षणगण सभी अभिभावकों और छात्रों के साथ हर तरह से खड़ा दिख सके. जिससे छात्र-शिक्षक-अभिभावक त्रिकोण संबंध मजबूत हो सके, तभी वर्तमान चुनौती का सफलतापूर्वक मुकाबला कर सकेंगे.