पिथौरागढ़: गलवान घाटी में चीन की हिमाकत के बाद भारत की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया है. जिसके बाद पिथौरागढ़ से लगी चीन सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. वहीं लद्दाख की घटना से सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के लोगों में भी भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है. लोगों ने भारतीय शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए चीन के इस कदम की कड़ी निंदा की है.
लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं. जिसके बाद चीन की इस नापाक हरकत से देश भर में रोष है. वहीं चीन सीमा से सटे पिथौरागढ़ जिले में चीन के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है. स्थानीय लोगों का कहना है कि लिपुलेख बॉर्डर पर भी चीनी सेना अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर चुकी है.
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वहीं चीन के इशारे पर नेपाल कालापानी विवाद को लगातार तूल दे रहा है. साथ ही चीन को सबक सिखाने की बात कही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि भारतीय सेना को चीन की हर हिमाकत का उसके ही शब्दों में जवाब देना चाहिए. ऐसे में भारतीय सेना को भी चीनी सैनिकों का मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए. लोगों का कहना है कि कोरोना महामारी से जहां पूरा विश्व जंग लड़ रहा है. वहीं चीन इसकी आड़ में अपने साम्राज्यवादी मंसूबों को आगे बढ़ा रहा है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.