पिथौरागढ़: बाहरी प्रदेशों और जिलों में फंसे हुए प्रवासी बड़ी संख्या में अपने गृह जनपद पहुंच रहे हैं. इनमें से कुछ लोग वे हैं जो रेड जोन में से आ रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है. इसीलिए प्रशासन ने निर्णय लिया है कि रेड जोन से आने वाले प्रवासियों का रैंडम सैंपल लिया जाएगा.
हाल ही में गुजरात के सूरत से उत्तरकाशी पहुंचा एक युवक भी कोरोना पॉजिटिव मिला था. वहीं गुरुग्राम (गुड़गांव) से नैनीताल पहुंची एक युवती भी कोरोना पॉजिटिव मिली थी. ऐसे में प्रशासन बाहर से आने वालों प्रवासियों का मेडिकल चेकअप कर रहा है. क्योंकि अभीतक पहाड़ के सभी जिले ग्रीन जोन में हैं. उत्तरकाशी और नैनीताल में जो दो मामले सामने आए वो भी प्रवासियों के ही हैं.
पढ़ें- रानीखेत: वायरल वीडियो में भटकते दिख रहे प्रवासी, प्रशासन बेखबर
इन्हीं मामलों को ध्यान में रखते हुए पिथौरागढ़ जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि रेड जोन से आने वाली प्रत्येक बस में रैंडमली पांच व्यक्तियों का सैम्पल परीक्षण के लिए लिया जाएगा. रिपोर्ट प्राप्त होने तक उन व्यक्तियों को इंस्टीट्यूट क्वारंटाइन किया जाएगा. अगर उस वाहन में किसी भी व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव आता है तो सभी यात्रियों को क्वारंटाइन कर सैंपल लिया जाएगा.
पिथौरागढ़ जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि प्रत्येक प्रवासी का चिकित्सकीय परीक्षण किया जा रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों के प्रवासियों को संबंधित गांव के पंचायत भवन और स्कूल भवनों में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है. जबकि नगरीय क्षेत्रों में विभिन्न शासकीय भवनों को चिह्नित किया गया है. साथ ही चिकित्सकों की सलाह पर इंस्टीट्यूट क्वारंटाइन भी किया जा रहा है. जिला मुख्यालय में दो स्टेजिंग प्वाइंट एलएसएम राजकीय महाविद्यालय पिथौरागढ़ और एशियन एकेडमी ऐंचोली को बनाया गया है, जहां पर कुल 800 व्यक्तियों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था है.