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मृतक लाइनमैन बिष्ट के परिवार को ठेकेदार का वादा, मिलेगी नौकरी और आर्थिक सहायता - उत्तराखंड न्यूज

ठेकेदार ने मृतक के परिजन को चार लाख रुपए, पत्नी को संविदा पर नौकरी और ईपीएफ से पेंशन दिलाने का आश्वसन दिया है.

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बेरीनाग
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Published : Jan 6, 2020, 9:08 PM IST

बेरीनाग: जिला चिकित्सालय से पहुंची टीम ने सोमवार को विद्युत विभाग के लाइनमैन नवल बिष्ट का पोस्टमार्टम किया. इस दौरान विधायक मीना गंगोला, नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत और सभासद बलवंत धानिक के नेतृत्व में परिजनों और स्थानीय लोगों ने काफी हंगामा किया. उनका कहना था कि लाइनमैन बिष्ट को यदि समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती. परिजनों ने बिष्ट की मौत के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है.

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हंगामा करते लोग

हंगामा कर रहे लोगों ने मृतक के परिजनों को दस लाख और पत्नी को नौकरी के देने की मांग भी की. उनका कहना है कि जबतक उनकी ये मांग पूरी नहीं हो जाती वे मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे और न ही किसी को शव उठाने देगे.

लोगों का गुस्सा बढ़ता देख संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के पिता और अन्य परिजनों से बात की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे. परिजनों ने मौके पर ही बिजली विभाग के ठेकेदार को बुलाने की मांग की. लोगों के गुस्से को देखते हुए एसडीएम ने ठेकेदार को पिथौरागढ़ से बुलवाया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीएचसी के मुख्य गेट पर ताला भी लगा दिया.

पढ़ें- मजदूरों की मदद को आगे आया प्रशासन, बांटे टूट किट समेत कई सामान

दोपहर करीब दो बजे बिजली विभाग के ठेकेदार गोविंद सौन मौके पर पहुंचे. जिसके बाद विधायक की मौजूदी में परिजनों ने काफी देर तक ठेकेदार से बात की. आखिर में ठेकेदार ने मृतक के परिजन को चार लाख रुपए, पत्नी को संविदा पर नौकरी और ईपीएफ से पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद मामला शांत हुआ.

संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. किसी भी हालत में दोषी बख्शा नहीं जायेगा. मृतक लाइन मैन के अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा विद्युत विभाग वहन करेगा. पीड़ित परिवार को पूरी सहायता दी जायेगी.

बेरीनाग: जिला चिकित्सालय से पहुंची टीम ने सोमवार को विद्युत विभाग के लाइनमैन नवल बिष्ट का पोस्टमार्टम किया. इस दौरान विधायक मीना गंगोला, नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत और सभासद बलवंत धानिक के नेतृत्व में परिजनों और स्थानीय लोगों ने काफी हंगामा किया. उनका कहना था कि लाइनमैन बिष्ट को यदि समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती. परिजनों ने बिष्ट की मौत के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है.

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हंगामा करते लोग

हंगामा कर रहे लोगों ने मृतक के परिजनों को दस लाख और पत्नी को नौकरी के देने की मांग भी की. उनका कहना है कि जबतक उनकी ये मांग पूरी नहीं हो जाती वे मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे और न ही किसी को शव उठाने देगे.

लोगों का गुस्सा बढ़ता देख संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के पिता और अन्य परिजनों से बात की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे. परिजनों ने मौके पर ही बिजली विभाग के ठेकेदार को बुलाने की मांग की. लोगों के गुस्से को देखते हुए एसडीएम ने ठेकेदार को पिथौरागढ़ से बुलवाया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीएचसी के मुख्य गेट पर ताला भी लगा दिया.

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दोपहर करीब दो बजे बिजली विभाग के ठेकेदार गोविंद सौन मौके पर पहुंचे. जिसके बाद विधायक की मौजूदी में परिजनों ने काफी देर तक ठेकेदार से बात की. आखिर में ठेकेदार ने मृतक के परिजन को चार लाख रुपए, पत्नी को संविदा पर नौकरी और ईपीएफ से पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद मामला शांत हुआ.

संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. किसी भी हालत में दोषी बख्शा नहीं जायेगा. मृतक लाइन मैन के अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा विद्युत विभाग वहन करेगा. पीड़ित परिवार को पूरी सहायता दी जायेगी.

Intro:विधायक का धेराव Body:बेरीनाग।
मृतक परिवार को चार लाख और पत्नी को संविदा में नौकरी
विधायक का हुआ घेराव
लापरवाही करने वालो पर कठोर काईवाई की जाऐगी एसडीएम
बेरीनाग)। रविवार को करंट लगने से मरने वाले विद्युत लाइनमैन नवल बिष्ट का शव का सोमवार को सीएचसी परिसर में जिला चिकित्सालय से पहुंची टीम ने पोस्टमार्टम किया।
स्थानीय विधायक मीना गंगोला का नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत और सभासद बलवंत धानिक के नेतृत्व में जनता ने घेराव कर जमकर खरी खोटी सुनाई और कहा कि सीएचसी बिना डाक्टरों के चल रही है। यहां पर आये दिन मौत हो रही है सरकार यहां पर डाक्टरों की नियुक्ति नही कर रही है बिजली कर्मी को सही समय पर उपचार नही मिलने पर मौत हुई है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार है। उन्होने मृतक लाइन मैन के परिवार को दस लाख और पत्नी को नौकरी के लिखित आदेश तक शव नही उठाने को कहा। लोगों में आक्रोश फैल गया।लोगों के आक्रोश को देखते हुए संयुक्त मजिस्टेट सौरभ गहरवाल मौके पर पहुंचे उन्होने परिजनों और मृतक के पिता से वार्ता की लेकिन परिजन बिना दस लाख परिजनों को मिले पत्नी को नौकरी नही देने तक शव नही उठाने का ऐलान कर दिया। मौके पर बिजली विभाग के ठेकेदार को बुलाने की मांग की। जनता के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम ने ठेकेदार को पिथौरागढ से बुलाया।स्थानीय लोगों ने विरोध में सीएचसी के मुख्य गेट पर ताला भी ठोक दिया। लोगों में आक्रोश बड़ गया।दोपहर 2 बजे बिजली विभाग के ठेकेदार गोविंद सौन पहुंचे जहां पर विधायक और परिजनों ने नगर पंचायत अध्यक्ष ने एक कमरे लम्बी वार्ता और बहस हुई । वार्ता के बाद ठेकेदार ने पत्नी को चार लाख और संविदा मंें नौकरी देने आश्वासन देने के साथ ईपीएफ से पत्नी और बच्चों को पेंशन देने की बात कही। तब जाकर परिजन माने। तब जाकर परिजनों ने शव को उठाया।इस दौरान विधायक ने मृतक परिवार को सरकार से सहायता देने और सीएचसी में एक स्थाई डाक्टर की तैनाती करने की बात कही। तब जाकर जनता का आक्रोश कम हुआ। इस दौरान ब्लाक प्रमुख विनीता बाफिला,भाजपा मंडल अध्यक्ष दीपक धानिक,धीरज बिष्ट,नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत,बलवंत धानिक,डीएल शाह,आशा भैसोड़ा,जीवन धानिक,विद्युत विभाग के एसडीओ गिरीश आर्या,अवर अभियंता हेम कुमार,तहसीलदार ललित मोहन तिवारी,डां पवन कार्की,एसआई विजय नेगी सहित मौजूद थे।
सौरभ गहरवार संयुक्त मजिस्ेट्रट-पूरी घटना की जांच की जा रही है किसी भी हालत में दोषी बख्सा नही जायेगा।मृतक लाइन मैन के अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा विद्युत विभाग के द्वारा वहन किया जायेगा विभाग के द्वारा मिलने वाली सुविधा जल्द देने के आदेश विभाग को कर दिये है। पीड़ित परिवार को पूरी सहायता दिलाई जायेगी।

मेरे बेटे को वापस लाकर दो
बेरीनाग। मृतक नवल बिष्ट के पिता ने जब अधिकारियों से वार्ता की तो उन्होने विलाप करते हुए कहा कि मुझे कुछ नही चाहिए। मुझे मेरा बेटा वापस कर दो। मेरे बेटे के मौत का जिम्मेदार कौन है।

ठेेकेदार को पुलिस ने कडी सुरक्षा
बेरीनाग।बिजली विभाग के ठेकेदार गोविंद सौन को लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला। लोगों के आक्रोश देखते हुए ठेकेदार घटना के 30 घंटे के बाद बेरीनाग पहुंचा। लेकिन सीएचसी बेरीनाग में बिना पुलिस सुरक्षा के आने से मना कर दिया। जिस पर पुलिस के दो एसआई उसे लेने के लिए बाजार गये।पुलिस उसे कडे पहरे में लेकर आई। वहां पर लोगों ने ठेकेदार को जमकर खरी खोटी सुनाई।

प्रशासन निर्माण कार्य में रकम लेने का आरोप
बेरीनाग। घटना के बाद जब सुबह 11 बजे तक प्रशासन कोई अधिकारी मौके नही पहुंचे तो लोगों ने विधायक का घेराव करते हुए कहा कि बेरीनाग में जोरो से हो रहे अवैध निर्माण कार्य और विकास प्राधिकरण और स्थानीय प्रशासन नियम में दिखाकर गरीबों से मोटी रकम लेने काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी यहां पर अधिकारियों के नही पहुंचने पर सवाल खडे जिस पर विधायक ने कार्रवाई का भरोसा।

175 रूपया प्रतिदिन मजूदरी में करते है काम
बेरीनाग। बिजली विभाग के अपनी मौत को हमेशा हथेली पर रखकर कार्य करने वाले ठेकेदार के लाइन मैनों को 175 रूपया प्रतिदिन मिलता है। महिने में 5250 पगार में कैसे परिवार का भरण पोषण होता होगा। यह बड़ा सवाल है। जिसकों को लेकर क्षेत्र के एक दर्जन लाइन मैनों में ठेकेदार का घेराव कर मानेदय बड़ाने और सुविधा देने की मांग की। ठेकेदार के कार्यो की जांच करने के साथ ही निर्माण एजेसी का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की।

बिना सुरक्षा उपकरण के कैसे होता है काम
बेरीनाग। बिजली विभाग में कार्य करने वाले कर्मचारियों के पास कोई सुरक्षा के उपकरण नही है। कर्मचारियों ने बताया कि ठेकेदार और विभाग के द्वारा कभी सुरक्षा के उपकरण उपब्लध नही कराये हमेशा मौत के साये में काम करना पड़ता है।

Conclusion:लापरवाही
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