बेरीनाग: जिला चिकित्सालय से पहुंची टीम ने सोमवार को विद्युत विभाग के लाइनमैन नवल बिष्ट का पोस्टमार्टम किया. इस दौरान विधायक मीना गंगोला, नगर पंचायत अध्यक्ष हेम पंत और सभासद बलवंत धानिक के नेतृत्व में परिजनों और स्थानीय लोगों ने काफी हंगामा किया. उनका कहना था कि लाइनमैन बिष्ट को यदि समय पर इलाज मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती. परिजनों ने बिष्ट की मौत के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है.
हंगामा कर रहे लोगों ने मृतक के परिजनों को दस लाख और पत्नी को नौकरी के देने की मांग भी की. उनका कहना है कि जबतक उनकी ये मांग पूरी नहीं हो जाती वे मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे और न ही किसी को शव उठाने देगे.
लोगों का गुस्सा बढ़ता देख संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने मृतक के पिता और अन्य परिजनों से बात की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे. परिजनों ने मौके पर ही बिजली विभाग के ठेकेदार को बुलाने की मांग की. लोगों के गुस्से को देखते हुए एसडीएम ने ठेकेदार को पिथौरागढ़ से बुलवाया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सीएचसी के मुख्य गेट पर ताला भी लगा दिया.
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दोपहर करीब दो बजे बिजली विभाग के ठेकेदार गोविंद सौन मौके पर पहुंचे. जिसके बाद विधायक की मौजूदी में परिजनों ने काफी देर तक ठेकेदार से बात की. आखिर में ठेकेदार ने मृतक के परिजन को चार लाख रुपए, पत्नी को संविदा पर नौकरी और ईपीएफ से पेंशन दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद मामला शांत हुआ.
संयुक्त मजिस्ट्रेट सौरभ गहरवार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. किसी भी हालत में दोषी बख्शा नहीं जायेगा. मृतक लाइन मैन के अंतिम संस्कार का पूरा खर्चा विद्युत विभाग वहन करेगा. पीड़ित परिवार को पूरी सहायता दी जायेगी.