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जिला विकास प्राधिकरण के खिलाफ लोगों ने तानी मुट्ठी, विशाल जुलूस निकालकर किया प्रदर्शन

संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों की तादात में लोगों ने विकास प्राधिकरण के विरोध में पिथौरागढ़ मुख्यालय में मार्च निकाला. आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस काले कानून को वापस नहीं लिया गया तो वे उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे.

जिला विकास प्राधिकरण का लोगों ने किया जोरदार विरोध.
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Published : Aug 6, 2019, 11:05 PM IST

पिथौरागढ़: जिला विकास प्राधिकरण को लेकर लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है. ऐसे में विभिन्न संगठनों ने प्राधिकरण को वापस लेने की मांग को लेकर शहर में विशाल जुलूस निकाला. प्रदर्शनकारियों ने प्राधिकरण को पहाड़ के लिए काला कानून करार दिया है.

जिला विकास प्राधिकरण का लोगों ने किया जोरदार विरोध.

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मंगलवार को संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों की तादात में लोगों ने विकास प्राधिकरण के विरोध में पिथौरागढ़ मुख्यालय में मार्च किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पलायन की मार झेल रहे जिले में विकास प्राधिकरण जैसा जनविरोधी कानून किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वक्ताओं ने कहा कि जिस शहर में मास्टर प्लान ही लागू नहीं किया जा रहा है. वहां विकास प्राधिकरण की अवधारणा लोगों के साथ एक धोखा है.

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आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे उत्तराखंड क्रांति दल के शीर्ष नेता काशी ऐरी ने कहा कि विकास प्राधिकरण की आड़ में सरकार आम लोगों से विकास शुल्क वसूलेगी. साथ ही ग्रामीणों की शेष बची जमीनें बड़े पूंजीपतियों को औने-पौने दामों में बेचेगी.

यह भी पढ़े-आजादी के सात दशक बाद भी यहां नहीं पहुंची विकास की किरण, मीलों का सफर तय करना ग्रामीणों की बनी नियति

वहीं, प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस काले कानून को राज्य सरकार ने जल्द वापस नहीं लिया तो नगर में एक उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.

पिथौरागढ़: जिला विकास प्राधिकरण को लेकर लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है. ऐसे में विभिन्न संगठनों ने प्राधिकरण को वापस लेने की मांग को लेकर शहर में विशाल जुलूस निकाला. प्रदर्शनकारियों ने प्राधिकरण को पहाड़ के लिए काला कानून करार दिया है.

जिला विकास प्राधिकरण का लोगों ने किया जोरदार विरोध.

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मंगलवार को संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों की तादात में लोगों ने विकास प्राधिकरण के विरोध में पिथौरागढ़ मुख्यालय में मार्च किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पलायन की मार झेल रहे जिले में विकास प्राधिकरण जैसा जनविरोधी कानून किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वक्ताओं ने कहा कि जिस शहर में मास्टर प्लान ही लागू नहीं किया जा रहा है. वहां विकास प्राधिकरण की अवधारणा लोगों के साथ एक धोखा है.

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आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे उत्तराखंड क्रांति दल के शीर्ष नेता काशी ऐरी ने कहा कि विकास प्राधिकरण की आड़ में सरकार आम लोगों से विकास शुल्क वसूलेगी. साथ ही ग्रामीणों की शेष बची जमीनें बड़े पूंजीपतियों को औने-पौने दामों में बेचेगी.

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वहीं, प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस काले कानून को राज्य सरकार ने जल्द वापस नहीं लिया तो नगर में एक उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी.

Intro:पिथौरागढ़: जिला विकास प्राधिकरण को लेकर लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। विभिन्न संगठनों ने लागू प्राधिकरण को वापस लेने की मांग को लेकर शहर में विशाल जुलूस निकाला। जुलूस के बाद विरोध में उतरे लोगों ने डीएम ऑफिस के पास एक सभा की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्राधिकरण को पहाड़ के लिए काला कानून करार देते हुए इसे वापस लेने की मांग की।




Body:संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ो की तादात लोगों ने विकास प्राधिकरण के विरोध में पिथौरागढ़ मुख्यालय में मार्च किया। मोर्चा का कहना है कि पलायन की मार झेल रहे सीमांत जिले पिथौरागढ़ में विकास प्राधिकरण जैसा जनविरोधी कानून किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मोर्चा ने कहा कि जिस शहर में मास्टर प्लान ही लागू नही किया जा रहा वहां विकास प्राधिकरण की अवधारणा लोगों के साथ एक धोखा है। आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे उत्तराखंड क्रांति दल के शीर्ष नेता काशी ऐरी ने कहा कि विकास प्राधिकरण की आड़ में सरकार आम लोगों से विकास शुल्क तो वसूलेगी ही साथ ही ग्रामीणों की शेष जमीने बड़े पूंजीपतियों को औने-पौने दामों में बेचेगी। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस काले कानून को वापस नही लिया गया तो को उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

Byte: काशी सिंह ऐरी, संरक्षक, यूकेडी


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