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पिथौरागढ़: जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर ग्रामीण, DM ने कहा- जल्द होगी रास्तों और पुलों की मरम्मत - पिथौरागढ़

बारिश की वजह से पिथौरागढ़ में बही सड़कें और पुल की अबतक नहीं हुई मरम्मत. डीएम ने दिया जल्द काम करने का निर्देश.

फाइल फोटो.
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Published : May 1, 2019, 12:12 AM IST

पिथौरागढ़: बीते बुधवार धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में पैदल मार्ग और पुल ध्वस्त हो गए हैं. इस वजह से स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं. वहीं, प्रशासन ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मार्गों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है. साथ ही माइग्रेशन वाले क्षेत्रों में बर्फ से बंद पड़े मार्गों को भी खोलने का काम किया जा रहा है.

विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़

दरअसल, बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश की वजह से मुनस्यारी के गोरीपार क्षेत्र और धारचूला के तांकुल में जमकर तबाही हुई थी. अतिवृष्टि की वजह से गोरीपार क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाले मार्ग बह गए हैं. जबकि मांगती में दो पैदल पुलिया और पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए थे. इसके अलावा कई मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है.

प्रशासन ने खतरे की जद में आये तांकुल गांव के 16 परिवारों को विस्थापन की श्रेणी में रखा है. इसके साथ ही रास्तों और पुलों की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है. प्रशासन का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मार्गों को दुरुस्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी और सीपीडब्ल्यूडी को निर्देश दे दिए हैं.

पिथौरागढ़: बीते बुधवार धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में पैदल मार्ग और पुल ध्वस्त हो गए हैं. इस वजह से स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं. वहीं, प्रशासन ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मार्गों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है. साथ ही माइग्रेशन वाले क्षेत्रों में बर्फ से बंद पड़े मार्गों को भी खोलने का काम किया जा रहा है.

विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़

दरअसल, बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश की वजह से मुनस्यारी के गोरीपार क्षेत्र और धारचूला के तांकुल में जमकर तबाही हुई थी. अतिवृष्टि की वजह से गोरीपार क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाले मार्ग बह गए हैं. जबकि मांगती में दो पैदल पुलिया और पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए थे. इसके अलावा कई मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है.

प्रशासन ने खतरे की जद में आये तांकुल गांव के 16 परिवारों को विस्थापन की श्रेणी में रखा है. इसके साथ ही रास्तों और पुलों की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है. प्रशासन का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मार्गों को दुरुस्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी और सीपीडब्ल्यूडी को निर्देश दे दिए हैं.

Intro:नोट- सर खबर से संबंधित फीड मेल पर है।


पिथौरागढ़: बीते बुधवार धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में पैदल मार्ग और पुल ध्वस्त हो गए थे। जिस कारण स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर रास्तों में सफर करने को मजबूर है। वहीं प्रशासन ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मार्गों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। साथ ही माइग्रेशन वाले क्षेत्रों में बर्फ से बंद पड़े मार्गों को भी खोलने का काम किया जा रहा है।

बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने मुनस्यारी के गोरीपार क्षेत्र और धारचूला के तांकुल में जमकर तबाही मचाई थी। अतिवृष्टि की वजह से गोरीपार क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाले मार्ग जमींदोज हो गए है। जबकि मांगती में दो पैदल पुलिया और पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए थे। साथ ही कई मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने खतरे की जड़ में आये तांकुल गांव के 16 परिवारों को विस्थापन की श्रेणी में रखा है। इसके साथ ही रास्तों और पुलों की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मार्गों को दुरुस्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी और सीपीडब्ल्यूडी को निर्देश दे दिए है।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़


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पिथौरागढ़: बीते बुधवार धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में पैदल मार्ग और पुल ध्वस्त हो गए थे। जिस कारण स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर रास्तों में सफर करने को मजबूर है। वहीं प्रशासन ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मार्गों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। साथ ही माइग्रेशन वाले क्षेत्रों में बर्फ से बंद पड़े मार्गों को भी खोलने का काम किया जा रहा है।

बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने मुनस्यारी के गोरीपार क्षेत्र और धारचूला के तांकुल में जमकर तबाही मचाई थी। अतिवृष्टि की वजह से गोरीपार क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाले मार्ग जमींदोज हो गए है। जबकि मांगती में दो पैदल पुलिया और पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए थे। साथ ही कई मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने खतरे की जड़ में आये तांकुल गांव के 16 परिवारों को विस्थापन की श्रेणी में रखा है। इसके साथ ही रास्तों और पुलों की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मार्गों को दुरुस्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी और सीपीडब्ल्यूडी को निर्देश दे दिए है।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़


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