पिथौरागढ़: बीते बुधवार धारचूला और मुनस्यारी के ऊंचाई वाले इलाकों में हुई भारी बारिश की वजह से कई क्षेत्रों में पैदल मार्ग और पुल ध्वस्त हो गए हैं. इस वजह से स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं. वहीं, प्रशासन ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में मार्गों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है. साथ ही माइग्रेशन वाले क्षेत्रों में बर्फ से बंद पड़े मार्गों को भी खोलने का काम किया जा रहा है.
दरअसल, बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश की वजह से मुनस्यारी के गोरीपार क्षेत्र और धारचूला के तांकुल में जमकर तबाही हुई थी. अतिवृष्टि की वजह से गोरीपार क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाले मार्ग बह गए हैं. जबकि मांगती में दो पैदल पुलिया और पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए थे. इसके अलावा कई मकानों पर भी खतरा मंडरा रहा है.
प्रशासन ने खतरे की जद में आये तांकुल गांव के 16 परिवारों को विस्थापन की श्रेणी में रखा है. इसके साथ ही रास्तों और पुलों की मरम्मत का काम भी किया जा रहा है. प्रशासन का कहना है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मार्गों को दुरुस्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी और सीपीडब्ल्यूडी को निर्देश दे दिए हैं.