पिथौरागढ़: उत्तराखंड में मॉनसून हर साल तबाही लेकर आता है. ऐसा ही इस बार भी देखने को मिला है. पहाड़ों पर होने वाली बारिश हर साल न सिर्फ करोड़ा रुपए का नुकसान करती है, बल्कि ये बारिश कई जिंदगियां भी लील लेती है. पिथौरागढ़ जिले की मुनस्यारी तहसील में भी रविवार को बारिश में जमकर ताड़व मचाया. यहां भारी बारिश की वजह से बड़ा नुकसान हुआ है.
मुनस्यारी में भारी बारिश के कारण गोरी नदी पर बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) का 120 मीटर लंबा वैली ब्रिज बह गया है. जबकि छोरीबगड़ में पांच घर पूरी तरह जमींदोज हो गए. इन घरों में रहने वालों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया था. यही नहीं जौलजीबी-मुनस्यारी मोटर मार्ग भी कई जगह से बह गया है. जिला प्रशासन ने एडीएम की अगुवाई में एक टीम को मुनस्यारी भेजा है, जबकि डीएम बंगपानी के लिए रवाना हुए हैं.
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मुनस्यारी तहसील मुख्यालय भी मलबे से पट गया है. लगातार हो रही बारिश से इन इलाकों में दहशत बनी हुई है. भारी बारिश को देखते हुए पिथौरागढ़ प्रशासन अलर्ट है. आपदा राहत कार्यों को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए जिलाधिकारी ने एडीएम की अगुवाई में दो टीमें अलग-अलग रुट से मुनस्यारी के लिए रवाना किया है.
मुनस्यारी तहसील मुख्यालय को जोड़ने वाले दोनों ही रुट भूस्खलन के कारण बंद पड़े हैं. थल-मुनस्यारी मार्ग भूस्खलन के कारण विभिन्न स्थानों पर बंद पड़ा है, जबकि जौलजीबी-मुनस्यारी मोटरमार्ग पर दराती के पास वैली ब्रिज टूट गया है, जिस कारण मुनस्यारी तहसील का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है.
पिथौरागढ़ जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि एडीएम के नेतृत्व में रवाना हुई टीम थल-मुनस्यारी मार्ग को खुलवाते हुए मुनस्यारी पहुंचेगी, जबकि वो खुद बंगापानी से होकर आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेंगे.