पिथौरागढ़: नेपाल भारत की सीमा पर अपना सुरक्षा तंत्र मजबूत कर रहा है. इसके तहत छांगरु, तिंकर और कालापानी में अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है. ये पहला मौका है जब नेपाल भारत से लगी सीमा पर भारी सुरक्षा बल तैनात कर रहा है. इतना ही नहीं नेपाल की सेना सीमा पर बॉर्डर आउट पोस्टों का निर्माण भी कर रही है.
दरअसल, नेपाल भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को अपने नक्शे में दिखा चुका है, जिसके बाद अब नेपाल भारत की सीमा पर अपना सुरक्षा तंत्र मजबूत करने में लगा हुआ है. बताया जा रहा है कि छांगरू में BOP बनाने के बाद काली नदी के किनारे 6 पोस्ट और बनाने की योजना है. भारतीय सुरक्षाबल सीमा पर नेपाल की गतिविधियों को देखते हुए चौकसी बढ़ा दी गई है.
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उधर, भारतीय क्षेत्रों पर अपना दावा ठोकने वाले चीन ने भारत के उच्च हिमालयी क्षेत्रों से सटी अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बलों की तैनाती शुरू कर दी है. तो वहीं, नेपाल ने भी दुमलिंग से छांगरू के बीच 42 किमी और छांगरू से कालापानी तक की सेना तैनात कर रहा है. हाल ही में नेपाली सेना के उच्चाधिकारियों ने अपनी सीमा से सटे इलाकों का दौरा किया था. ऐसे में एहतियात के तौर पर भारतीय सेना ने नेपाल की गतिविधियों को देखते हुए गश्ती बढ़ा दी है. फिलहाल, पिथौरागढ़ से सटे चीन और नेपाल सीमाओं पर अभी शांति है.
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वहीं, नेपाल के दारचूला के सीडीओ यदुनाथ पौडेल का कहना है कि भारत और नेपाल सरकार कूटनीतिक स्तर पर सीमा विवाद सुलझा लेंगे. इस विवाद का भारत और नेपाल बॉर्डर पर रहने वाले लोगों के आपसी रिश्तों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.