पिथौरागढ़: चीन सीमा को जोड़ने वाला मुनस्यारी-लीलम मोटरमार्ग आपदा की भेंट चढ़ गया है. आलम ये है कि मिलम जाने वाले आईटीबीपी के जवान अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर सीमाओं पर पहुंचने को मजबूर हैं. बीआरओ की रोड भूस्खलन के कारण जगह-जगह पर टूट गई है. जिसके कारण सेना के जवानों को खतरनाक पहाड़ियों को पार करते हुए सीमाओं पर पहुंचना पड़ रहा है.
आसमानी से बरसी आफत ने बॉर्डर डिस्ट्रिक पिथौरागढ़ में भारी तबाही मचाई है. चीन सीमा को जोड़ने वाले मुनस्यारी-लीलम मोटरमार्ग पर कई स्थानों पर सड़क का नामोनिशान तक नहीं बचा है, जिसके कारण आईटीबीपी के जवान जान जोखिम में डालकर सीमा तक पहुंच रहे हैं.
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आईटीबीपी के जवानों को खतरनाक पहाड़ियां और फिसलन भरे रास्ते पार करने पड़ रहे हैं. हालांकि, बीआरओ इस मार्ग को खोलने में जुटा हुआ है, मगर अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है. वहीं, मुनस्यारी-लीलम मोटरमार्ग में धापा से आगे जिमिघाट पर बना बैली ब्रिज भी सुरक्षा दीवार टूटने से हवा में झूल रहा है, जो किसी भी वक्त नदी में समा सकता है.
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वहीं, सड़क बंद होने से चीन सीमा पर स्थित अंतिम चौकियों के लिए जरूरी सामान की सप्लाई भी बाधित है. साथ ही चीन सीमा से सटी चौदास घाटी के दर्जनों गांवों का भी संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है.