बेरीनाग: सरकार ने संस्थागत क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे प्रवासियों के लिए खाने से लेकर रहने तक की व्यवस्था के लिए बजट जारी किया है. वहीं प्रवासियों ने व्यवस्था बतर होने का आरोप लगाया है. प्रवासियों ने आरोप लगाते की तहसील मुख्यालय में स्थित क्वारंटाइन सेंटर में एक शौचालय 25 लोगों को दिया गया है, नीचे फर्श पर लेटने को कहा गया है, 12 बजे नाश्ता और 3 बजे दिन का खाना और रात का खाना 9 बजे दिया जा रहा है. खाना इस तरह दिया जा रहा है, जैसे जानवरों को दिया जा रहा हो.
प्रवासियों ने आरोप लगाया की सिर्फ खानापूर्ति के लिए अधिकारी आ रहे हैं और समस्या बताने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हो रही है. प्रवासियों ने मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया और व्यवस्थाएं ठीक नहीं होने पर घरों को जाने की बात कही है.
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वहीं, इस पर कांग्रेस विधायक नारायण राम आर्य ने बताया कि सरकार प्रवासियों के लिए व्यवस्था करने में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है, जिस वजह से हर जगह प्रवासी परेशान हो रहे हैं. मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे है. सरकार ने यदि प्रवासियों की व्यवस्थाओं को ठीक नहीं की तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी.
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नायब तहसीलदार पंकज चंदोला ने बताया कि वहां पर नोडल अधिकारियों को व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दी गयी है और साथ ही खुद वहां जाकर व्यवस्थाएं ठीक करवा रहा हूं. क्वारंटाइन सेंटरों में भोजन समय पर देने के लिए आदेश दिए गए हैं. साथ ही सैनिटाइजर का छिड़काव करने के साथ ही मास्क भी वितरीत किए जा रहे हैं.
मंत्री के आदेशों की पहले दिन ही निकली हवा
कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी अरविंद पांडे ने शुक्रवार को पिथौरागढ़ जिले के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर अधिकारियों को क्वांरटाइन सेंटरों में स्वच्छता के साथ-साथ सभी प्रवासियों के लिए खान-पान और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने के आदेश दिए थे, लेकिन जिस तरह से केंद्रों में हाल देखने को मिल रहे हैं उससे मंत्री के आदेशों की हवा निकलते दिख रही है.