बेरीनाग: गंगोलीहाट के डंम्डे गांव की साढ़े पांच वर्षीय मासूम जाह्नवी की हालत में अभी तक कुछ भी सुधार नहीं हुआ है. जबकि, 22 दिन से हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा हैं. पिता संतोष कुमार ने बताया कि डॉक्टर ने जाह्नवी के स्वास्थ में सुधार न आने की बात कहकर उसे दिल्ली एम्स के लिये रेफर कर दिया है.
वहीं, जाह्नवी के पिता अतिनिर्धन वर्ग से आते हैं. ऐसे में उनके पास बच्ची के इलाज और दिल्ली जाने के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन एक मजबूर पिता सुशीला तिवारी अस्तपाल में धक्का खाने के बाद बमुश्किल पैसों का इंतजाम कर अपनी बिटिया को रोडवेज बस से दिल्ली रवाना हुआ. गरीबी के बावजूद उसे सरकार की तरफ से कोई सहायता राशि नहीं मिली है, जिसकी वजह से उसने 370 रुपये देकर रोडवेज बस से दिल्ली की टिकट खरीदा.
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वहीं, बस जैसे ही रुद्रपुर बस अड्डे पहुंची तो इतने में बीजेपी युवा मोर्चा की राष्ट्रीय मीडिया सह प्रभारी नेहा जोशी का संतोष को फोन आया. बातचीत होने के बाद नेहा जोशी ने संतोष और जाह्नवी को रुद्रपुर बस अड्डे पर उतरने को कहा. इसके बाद नेहा जोशी ने मुख्यमंत्री के ओएसडी के मदान को पूरी बात बताई. जिसपर ओएसडी मदान ने तुरंत रुद्रपुर के एडीएम से संपर्क किया और जाह्नवी व उसके पिता संतोष को एंबुलेंस से हल्द्वानी एसटीएच वापस छोड़ने का आदेश दिया, जिसके बाद जाह्नवी और संतोष सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने पुनः भर्ती कर जाह्नवी का एक्स-रे लिया.
डॉक्टर हिमांशु द्वारा नए सिरे से बालिका की कई महत्वपूर्ण जांचे की गई. साथ ही जाह्नवी के पिता संतोष को पत्र देकर हल्द्वानी के शोभन सिंह जीना अस्पताल से ब्लड लाने को कहा, लेकिन हॉस्पिटल में ओ नेगेटिव ब्लड नहीं मिला. इधर, नेहा जोशी ने एसटीएच के सीएमएच डॉक्टर अरुण जोशी से वार्ता कर जाह्नवी को उच्च स्तरीय इलाज देकर पूर्ण मदद करने को कहा हैं. वहीं, जाह्नवी के पिता संतोष कुमार ने समाजसेवियों से बिटिया की जान बचाने के लिये ओ नेगेटिव ब्लड डोनेशन करने की गुहार लगाई है.