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पर्वतारोहियों के शवों को लाने के लिए चलाया जाएगा सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन

गौरतलब है कि बीते माह 26 मई को नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गए 12 सदस्यीय दल के 8 सदस्य अनाम चोटी की चढ़ाई करते समय लापता हो गए थे. वहीं, प्रशासन को इस मामले की सूचना 31 मई को मिली. लापता पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटिश, 2 अमेरिकी, 1 ऑस्ट्रेलियाई और 1 भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का लाइजनिंग ऑफिसर शामिल था.

नंदा देवी ईस्ट अभियान.
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Published : Jun 10, 2019, 4:52 PM IST

Updated : Jun 10, 2019, 9:08 PM IST

पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट अभियान में लापता हुए सात विदेशी पर्वतारोहियों और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर के शवों को वापस लाने के लिए रेस्क्यू अभियान मंगलवार से चलाया जायेगा. इस अभियान के लिए प्रशासन ने आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ मिलकर प्लान तैयार कर लिया है. इस रेस्क्यू टीम में कुल 34 लोग शामिल होंगे. जिनमें से 18 सदस्य घटना स्थल पर जाकर सभी शवों को वापस लाएंगे.

जानकारी देते डीएम विजय कुमार जोगदंडे.
पर्वतारोहियों के शवों को लाने के लिए प्रशासन ने योजना तैयार की है. उसके मुताबिक 11 जून को रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर के जरिये नंदा देवी बेस कैम्प के लिए रवाना होगी. जिसके बाद मौसम के अनुकूल अभ्यस्त होन के लिए टीम 11 से 15 जून तक ट्रेनिंग लेगी. इसके बाद 16 जून से 18 जून तक मार्ग को खोला जाएगा और 19 जून को यहां पहला कैम्प स्थापित किया जाएगा. जिसके बाद 20 से 23 जून तक आगे का मार्ग खोलेने के लिए टीम दूसरा कैम्प स्थापित करेगी. इसके बाद 24 से 30 जून तक शवों की खोज और बचाव का कार्य किया जाएगा. इसके बाद 2 जुलाई तक शवों को रेस्क्यू कर लिया जाएगा. वहीं, अगर मौसम खराब रहा तो इस अभियान में थोड़ी देरी भी हो सकती है.

गौरतलब है कि बीते माह 26 मई को नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गए 12 सदस्यीय दल के 8 सदस्य अनाम चोटी की चढ़ाई करते समय लापता हो गए थे. वहीं, प्रशासन को इस मामले की सूचना 31 मई को मिली. लापता पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटिश, 2 अमेरिकी, 1 ऑस्ट्रेलियाई और 1 भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का लाइजनिंग ऑफिसर शामिल था. डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि प्रशासन द्वारा लापता पर्वतारोहियों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर से रेकी की गई. रेकी के दौरान नंदा देवी क्षेत्र में 5 शवों को देखा गया था. जिन्हें वापस लाना भोगौलिक परिस्थितियों के चलते सम्भव नहीं था. साथ ही बेस कैम्प से इंग्लैंड के 4 पर्वतारोहियों को हेलिकॉप्टर के जरिए सुरक्षित पिथौरागढ़ वापस लाया गया. जो वापस लौट चुके हैं. साथ ही प्रशासन ने अब शव को रेस्क्यू करने के लिए प्लान तैयार किया गया है.

पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट अभियान में लापता हुए सात विदेशी पर्वतारोहियों और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर के शवों को वापस लाने के लिए रेस्क्यू अभियान मंगलवार से चलाया जायेगा. इस अभियान के लिए प्रशासन ने आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ मिलकर प्लान तैयार कर लिया है. इस रेस्क्यू टीम में कुल 34 लोग शामिल होंगे. जिनमें से 18 सदस्य घटना स्थल पर जाकर सभी शवों को वापस लाएंगे.

जानकारी देते डीएम विजय कुमार जोगदंडे.
पर्वतारोहियों के शवों को लाने के लिए प्रशासन ने योजना तैयार की है. उसके मुताबिक 11 जून को रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर के जरिये नंदा देवी बेस कैम्प के लिए रवाना होगी. जिसके बाद मौसम के अनुकूल अभ्यस्त होन के लिए टीम 11 से 15 जून तक ट्रेनिंग लेगी. इसके बाद 16 जून से 18 जून तक मार्ग को खोला जाएगा और 19 जून को यहां पहला कैम्प स्थापित किया जाएगा. जिसके बाद 20 से 23 जून तक आगे का मार्ग खोलेने के लिए टीम दूसरा कैम्प स्थापित करेगी. इसके बाद 24 से 30 जून तक शवों की खोज और बचाव का कार्य किया जाएगा. इसके बाद 2 जुलाई तक शवों को रेस्क्यू कर लिया जाएगा. वहीं, अगर मौसम खराब रहा तो इस अभियान में थोड़ी देरी भी हो सकती है.

गौरतलब है कि बीते माह 26 मई को नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गए 12 सदस्यीय दल के 8 सदस्य अनाम चोटी की चढ़ाई करते समय लापता हो गए थे. वहीं, प्रशासन को इस मामले की सूचना 31 मई को मिली. लापता पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटिश, 2 अमेरिकी, 1 ऑस्ट्रेलियाई और 1 भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का लाइजनिंग ऑफिसर शामिल था. डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि प्रशासन द्वारा लापता पर्वतारोहियों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टर से रेकी की गई. रेकी के दौरान नंदा देवी क्षेत्र में 5 शवों को देखा गया था. जिन्हें वापस लाना भोगौलिक परिस्थितियों के चलते सम्भव नहीं था. साथ ही बेस कैम्प से इंग्लैंड के 4 पर्वतारोहियों को हेलिकॉप्टर के जरिए सुरक्षित पिथौरागढ़ वापस लाया गया. जो वापस लौट चुके हैं. साथ ही प्रशासन ने अब शव को रेस्क्यू करने के लिए प्लान तैयार किया गया है.

Intro:पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट अभियान में लापता हुए सात विदेशी पर्वतारोहियों और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर के शवों को वापस लाने के लिए पैदल रेस्क्यू अभियान मंगलवार से चलाया जायेगा। इस अभियान के लिए प्रशासन ने आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ मिलकर प्लानिंग तैयार कर ली है। रेस्क्यू टीम में कुल 34 लोग शामिल होंगे जिनमे से 18 सदस्य घटना स्थल पर जाकर शवों को वापस लाएंगे।

पर्वतारोहियों के शवों को लाने के लिए प्रशासन ने जो कार्ययोजना तैयार की है उसके मुताबिक 11 जून को रेस्क्यू टीम को हेली के जरिये नंदा देवी बेस कैम्प के लिए रवाना किया जाएगा। 11 से 15 जून तक मौसम के अनुकूल अभ्यस्त की ट्रेनिंग लेंगे। इसके बाद 16 जून से 18 जून तक मार्ग को खोलेंगे और 19 जून को पहला कैम्प स्थापित करेंगे। इसके बाद 20 से 23 जून तक आगे का मार्ग खोलेंगे दूसरा कैम्प स्थापित करेंगे। इसके बाद 24 से 30 जून तक शवों की खोज और बचाव का कार्य किया जाएगा। इसके बाद 2 जुलाई तक ऐसे क्षेत्र में लाया जाएगा जहां से हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जाए। वही खराब मौसम के कारण इस अभियान में और देर भी लग सकती है।

गौर हो कि बीते माह नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गये 12 सदस्यीय दल के 8 लोग अनाम चोटी को चढ़ते समय 26 मई को लापता हो गए थे। प्रशासन को इस मामले की सूचना 31 मई को मिली। लापता पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटिश, 2 अमेरिका, 1 ऑस्ट्रेलिया और 1 भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का लाइजन ऑफिसर शामिल था। प्रशासन द्वारा लापता पर्वतारोहियों की तलाश में हेलीकॉप्टर से रेकी की गई थी। रेकी के दौरान नंदा देवी क्षेत्र में 5 शवों को देखा गया था जिन्हें वापस लाना भोगौलिक परिस्थितियों के चलते सम्भव नही था। साथ ही बेस कैम्प से इंग्लैंड के 4 पर्वतारोहियों को हेलिको सुरक्षित पिथौरागढ़ वापस लाया गया। चारों पर्वतारोही बीते दिनों वापस लौट चुके है।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़




Body:पिथौरागढ़: नंदा देवी ईस्ट अभियान में लापता हुए सात विदेशी पर्वतारोहियों और एक भारतीय लाइजनिंग ऑफिसर के शवों को वापस लाने के लिए पैदल रेस्क्यू अभियान मंगलवार से चलाया जायेगा। इस अभियान के लिए प्रशासन ने आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ मिलकर प्लानिंग तैयार कर ली है। रेस्क्यू टीम में कुल 34 लोग शामिल होंगे जिनमे से 18 सदस्य घटना स्थल पर जाकर शवों को वापस लाएंगे। आईटीबीपी के नेतृत्व में चलाया जा रहा ये डेयर डेविल रेस्क्यू ऑपरेशन अपने तरह का पहला और सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन होगा।

पर्वतारोहियों के शवों को लाने के लिए प्रशासन ने जो कार्ययोजना तैयार की है उसके मुताबिक 11 जून को रेस्क्यू टीम को हेली के जरिये नंदा देवी बेस कैम्प के लिए रवाना किया जाएगा। 11 से 15 जून तक मौसम के अनुकूल अभ्यस्त की ट्रेनिंग लेंगे। इसके बाद 16 जून से 18 जून तक मार्ग को खोलेंगे और 19 जून को पहला कैम्प स्थापित करेंगे। इसके बाद 20 से 23 जून तक आगे का मार्ग खोलेंगे दूसरा कैम्प स्थापित करेंगे। इसके बाद 24 से 30 जून तक शवों की खोज और बचाव का कार्य किया जाएगा। इसके बाद 2 जुलाई तक ऐसे क्षेत्र में लाया जाएगा जहां से हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जाए। वही खराब मौसम के कारण इस अभियान में और देर भी लग सकती है।

गौर हो कि बीते माह नंदा देवी ईस्ट अभियान पर गये 12 सदस्यीय दल के 8 लोग अनाम चोटी को चढ़ते समय 26 मई को लापता हो गए थे। प्रशासन को इस मामले की सूचना 31 मई को मिली। लापता पर्वतारोहियों में 4 ब्रिटिश, 2 अमेरिका, 1 ऑस्ट्रेलिया और 1 भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का लाइजन ऑफिसर शामिल था। प्रशासन द्वारा लापता पर्वतारोहियों की तलाश में हेलीकॉप्टर से रेकी की गई थी। रेकी के दौरान नंदा देवी क्षेत्र में 5 शवों को देखा गया था जिन्हें वापस लाना भोगौलिक परिस्थितियों के चलते सम्भव नही था। साथ ही बेस कैम्प से इंग्लैंड के 4 पर्वतारोहियों को हेलिको सुरक्षित पिथौरागढ़ वापस लाया गया। चारों पर्वतारोही बीते दिनों वापस लौट चुके है।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़




Conclusion:
Last Updated : Jun 10, 2019, 9:08 PM IST
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