पिथौरागढ़: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को मुनस्यारी में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान वे आपदा पीड़िता से भी मिले और उनका दर्द बांटा. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार से धारचूला और मुनस्यारी तहसील में आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए विशेष पैकज देने की मांग की.
हरीश रावत ने कहा कि संवेदनशील स्थानों पर बसे परिवार को किसी दूसरी जगह विस्थापित किया जाना चाहिए. ताकि वे अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें. हरदा भारी बारिश के बीच बांसबगड, धापा, लुमती, मोरी और जाराजीबली पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा पीड़ितों का हालचाल जाना.
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इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि इस बार की बारिश धारचूला के लोगों के लिए आफत बनकर आई हैं. आपदा का जो मंजर वे वहां देखकर आए हैं, वो काफी खौफनाक है. राज्य सरकार को इस आपदा को हल्के में नहीं लेना चाहिए. मुख्यमंत्री को खुद आपदग्रस्त क्षेत्र का दौरा करना चाहिए, ताकि वे यहां की सच्चाई से वाकिफ हो सके और आपदा पीड़िता को इस समस्या से निकाल सकें. आपदाग्रस्त धारचूला विधानसभा क्षेत्र को पुनर्निर्माण के साथ ही पुनर्वास की भी जरूरत है.
बात दें कि बीते दिनों पिथौरागढ़ जिले की मुनस्यारी और धारचूला तहसील के कई क्षेत्रों बादल फट गया था. जिससे वहां काफी नुकसान हुआ था. इस आपदा में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. मंगलवार को आपदा पीड़ितों का दर्द बांटने और वहां के हालात का जायजा लेने के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत उन क्षेत्रों का दौरा किया था.