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आजादी के दशकों बाद भी विकास से दूर हिपा गांव, पक्की सड़क और सुविधाओं का है अभाव - Hipa village of Pithoragarh away from development

हिपा गांव आजादी के दशकों बाद भी विकास से दूर है. यहां आजतक सड़क नहीं पहुंच पाई है. हिपा गांव में आज भी बीमार और गर्भवती महिलाओं को डोली में लादकर ले जाना पड़ता है.

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आजादी के दशकों बाद भी विकास से दूर हिपा गांव
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Published : Dec 6, 2021, 5:38 PM IST

Updated : Dec 6, 2021, 9:11 PM IST

पिथौरागढ़: बेरीनाग विकासखण्ड का हिपा गांव आज भी मुख्यधारा से कोसों दूर है. आजादी के 7 दशक बाद भी ये गांव सड़क सुविधा से पूरी तरह वंचित है. यहां लोग आज भी आदिम युग सा जीवन जीने को मजबूर हैं. आलम ये है कि ग्रामीणों को 4 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पार कर गांव तक पहुंचना पड़ता है.

यही नहीं बीमार, घायल और गर्भवती महिलाओं को डोली में लादकर कठिन रास्ता पार करना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है वे लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं. इस सड़क का सर्वे भी हो चुका है, मगर अभी तक सड़क निर्माण के लिए कोई बजट जारी नहीं हुआ है.

आजादी के दशकों बाद भी विकास से दूर हिपा गांव

पढ़ें- देहरादून में अवैध संबंधों के चलते पत्नी की हत्या का मामला, दो आरोपी गिरफ्तार

बता दें हिपा गांव के लिए प्रेमनगर से भैंसया उडियार तक 6 किलोमीटर सड़क का पूर्व में सर्वे हो चुका है, मगर सड़क को बनाने के लिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह सड़क बनती है तो हिपा गांव के साथ ही हनननौला, चिल्दु, बैरीगांव, सेलबनिया, थाटोली, बमरेत गांवों की 10 हजार से अधिक आबादी को इसका लाभ मिलेगा.

पढ़ें- औली में सीजन की पहली बर्फबारी, देवभूमि की वादियों ने ओढ़ी बर्फ की खूबसूरत सफेद चादर

ग्रामीणों का कहना है कि वे सड़क की मांग को लेकर कई बार आंदोलन कर चुके हैं, मगर शासन-प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी. क्षेत्र की उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है.

पिथौरागढ़: बेरीनाग विकासखण्ड का हिपा गांव आज भी मुख्यधारा से कोसों दूर है. आजादी के 7 दशक बाद भी ये गांव सड़क सुविधा से पूरी तरह वंचित है. यहां लोग आज भी आदिम युग सा जीवन जीने को मजबूर हैं. आलम ये है कि ग्रामीणों को 4 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पार कर गांव तक पहुंचना पड़ता है.

यही नहीं बीमार, घायल और गर्भवती महिलाओं को डोली में लादकर कठिन रास्ता पार करना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है वे लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं. इस सड़क का सर्वे भी हो चुका है, मगर अभी तक सड़क निर्माण के लिए कोई बजट जारी नहीं हुआ है.

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बता दें हिपा गांव के लिए प्रेमनगर से भैंसया उडियार तक 6 किलोमीटर सड़क का पूर्व में सर्वे हो चुका है, मगर सड़क को बनाने के लिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह सड़क बनती है तो हिपा गांव के साथ ही हनननौला, चिल्दु, बैरीगांव, सेलबनिया, थाटोली, बमरेत गांवों की 10 हजार से अधिक आबादी को इसका लाभ मिलेगा.

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ग्रामीणों का कहना है कि वे सड़क की मांग को लेकर कई बार आंदोलन कर चुके हैं, मगर शासन-प्रशासन के कानों में जूं तक नहीं रेंगी. क्षेत्र की उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान किया है.

Last Updated : Dec 6, 2021, 9:11 PM IST
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