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पिथौरागढ़ः सीमांत गांवों को संचार से जोड़ने की कवायद तेज, मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने ली बैठक

पिथौरागढ़ जिले के सीमांत ग्रामीण क्षेत्रों को मोबाइल कनेक्टिविटी से जोड़ने की कवायद तेज हो गई है. इसी के तहत यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड और टेलिकम्युनिकेशन विभाग भारत सरकार से आए प्रतिनिधियों ने चीन और नेपाल बॉर्डर से लगे धारचूला में संचार व्यवस्था से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की.

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मोबाइल कनेक्टिविटी
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Published : Feb 28, 2022, 8:31 PM IST

पिथौरागढ़: जिले के सीमांत ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द ही लोगों को बेहतर संचार सुविधाएं देने की कवायद तेज हो गई है. यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (USOF)/ टेलिकम्युनिकेशन विभाग भारत सरकार से आए प्रतिनिधियों ने सोमवार को चीन और नेपाल बॉर्डर से लगे धारचूला में संचार व्यवस्था से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

इस मौके पर टेलिकम्युनिकेशन विभाग के एडमिनिस्ट्रेटर हरि रंजन रॉय ने कहा कि नेटवर्क कनेक्टिविटी सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. जिओ और बीएसएनएल को जिन स्थानों पर मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति दी गई है, उनको तत्काल स्थापित करना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि टावर स्थापना के लिए स्वीकृत प्रस्ताव किसी भी दशा में रद्द नहीं किया जाएगा. उन्होंने कंपनियों को निर्देशित किया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से टावर स्थापना के लिए शीघ्र भूमि चिन्हित करते हुए लीज एग्रीमेंट करना सुनिश्चित करें. ताकि नेटवर्क से वंचित सीमांत ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को संचार की बेहतर सुविधा मिल सके.

ये भी पढ़ेंः नेपाल सीमा पर महाकाली नदी के किनारे बने रहे तटबंधों का DM ने किया निरीक्षण

उन्होंने कहा कि टावर स्थापना कार्यों की नियमित समीक्षा की जाएगी. इस दौरान जनपद के विभिन्न शैडो एरिया वाले क्षेत्रों में मोबाइल टावर स्थापना कार्यों की भी गहनता से समीक्षा की गई. इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के 146 गांवों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है, जिसमें से अधिकांश गांव धारचूला और मुनस्यारी के ऊपरी क्षेत्रों में हैं. बीएसएनएल द्वारा 141 और जिओ कंपनी से 54 गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी दी जानी है.

पिथौरागढ़: जिले के सीमांत ग्रामीण क्षेत्रों में जल्द ही लोगों को बेहतर संचार सुविधाएं देने की कवायद तेज हो गई है. यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (USOF)/ टेलिकम्युनिकेशन विभाग भारत सरकार से आए प्रतिनिधियों ने सोमवार को चीन और नेपाल बॉर्डर से लगे धारचूला में संचार व्यवस्था से जुड़ी प्रमुख कंपनियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

इस मौके पर टेलिकम्युनिकेशन विभाग के एडमिनिस्ट्रेटर हरि रंजन रॉय ने कहा कि नेटवर्क कनेक्टिविटी सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. जिओ और बीएसएनएल को जिन स्थानों पर मोबाइल टावर लगाने की स्वीकृति दी गई है, उनको तत्काल स्थापित करना सुनिश्चित किया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि टावर स्थापना के लिए स्वीकृत प्रस्ताव किसी भी दशा में रद्द नहीं किया जाएगा. उन्होंने कंपनियों को निर्देशित किया कि स्थानीय लोगों के सहयोग से टावर स्थापना के लिए शीघ्र भूमि चिन्हित करते हुए लीज एग्रीमेंट करना सुनिश्चित करें. ताकि नेटवर्क से वंचित सीमांत ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को संचार की बेहतर सुविधा मिल सके.

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उन्होंने कहा कि टावर स्थापना कार्यों की नियमित समीक्षा की जाएगी. इस दौरान जनपद के विभिन्न शैडो एरिया वाले क्षेत्रों में मोबाइल टावर स्थापना कार्यों की भी गहनता से समीक्षा की गई. इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के 146 गांवों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है, जिसमें से अधिकांश गांव धारचूला और मुनस्यारी के ऊपरी क्षेत्रों में हैं. बीएसएनएल द्वारा 141 और जिओ कंपनी से 54 गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी दी जानी है.

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