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आशा वर्कर ने की 10 हजार मानदेय की मांग, NGO से प्रशिक्षण दिए जाने का किया विरोध - आशा कार्यकत्री 10 सूत्रीय मांग

आशा कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर विभिन्न जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी मानदेय बढ़ाकर 10 हजार किया जाए और आशाओं की दी जाने वाली वार्षिक प्रोत्साहन राशि पहले की भांति दी जाए. साथ ही जल्द उन्हें एनजीओ से बाहर कर सीधे स्वास्थ्य विभाग से जोड़ने की मांग की.

आशा वर्कर
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Published : Sep 30, 2019, 9:31 PM IST

पिथौरागढ़ः 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने 10 हजार रुपये मानदेय देने की मांग की. साथ ही उन्होंने आशा वर्कर को एनजीओ के अधीन किए जाने का विरोध करते हुए नाराजगी जताई. वहीं, मांगें पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.

विभिन्न मांगों को लेकर आशा कार्यकत्रियों ने किया विरोध प्रदर्शन.

पिथौरागढ़ में आशा वर्करों ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी मानदेय बढ़ाकर 10 हजार किया जाए और आशाओं की दी जाने वाली वार्षिक प्रोत्साहन राशि पहले की भांति दी जाए. साथ ही रिटायरमेंट के बाद आशाओं को पेंशन का प्रावधान किये जाने और सभी सरकारी अस्पतालों में आशा घरों का निर्माण करने की भी मांग की.

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वहीं, आशा वर्कर ने एनजीओ के अधीन किए जाने पर भी नाराजगी जताई है. आशाओं का कहना है कि उनकी ट्रेनिंग को फिर से एनजीओ के हवाले कर दिया गया है. जिस पर तत्काल रोक लगाकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए.

पिथौरागढ़ः 10 सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने 10 हजार रुपये मानदेय देने की मांग की. साथ ही उन्होंने आशा वर्कर को एनजीओ के अधीन किए जाने का विरोध करते हुए नाराजगी जताई. वहीं, मांगें पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.

विभिन्न मांगों को लेकर आशा कार्यकत्रियों ने किया विरोध प्रदर्शन.

पिथौरागढ़ में आशा वर्करों ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी मानदेय बढ़ाकर 10 हजार किया जाए और आशाओं की दी जाने वाली वार्षिक प्रोत्साहन राशि पहले की भांति दी जाए. साथ ही रिटायरमेंट के बाद आशाओं को पेंशन का प्रावधान किये जाने और सभी सरकारी अस्पतालों में आशा घरों का निर्माण करने की भी मांग की.

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वहीं, आशा वर्कर ने एनजीओ के अधीन किए जाने पर भी नाराजगी जताई है. आशाओं का कहना है कि उनकी ट्रेनिंग को फिर से एनजीओ के हवाले कर दिया गया है. जिस पर तत्काल रोक लगाकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए.

Intro:पिथौरागढ: आशा वर्कर ने विभिन्न मांगों को लेकर पिथौरागढ़ डीएम ऑफिस के आगे जोरदार प्रदर्शन किया। आशा वर्कर का कहना है कि लम्बे समय से सरकार ने उनका मानदेय नही बढ़ाया है। साथ ही आशा वर्कर ने एनजीओ के अधीन किए जाने पर भी भारी नाराजगी जताई है। आशा वर्कर का कहना है कि उन्हें अगर जल्द ही एनजीओ से बाहर कर सीधे स्वास्थ्य विभाग से नही जोड़ा गया तो वे उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगी।



Body:10 सूत्रीय मांगों को लेकर आशाओं ने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। आशाओं की मांग है कि उनका मानदेय बड़ाकर 10 हजार किया जाए और आशाओं की दी जाने वाली वार्षिक प्रोत्साहन राशि पूर्व की भांति दी जाए। रिटायरमेंट के बाद आशाओं को पेंशन का प्रावधान किये जाने और सभी सरकारी अस्पतालों में आशा घरों का निर्माण करने की भी आशा वर्कर्स ने मांग की है। साथ ही आशाओं ने विभिन्न मदों की बकाया राशि का जल्द भुगतान किया जाए। आशाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं में की गयी शुल्क वृद्धि को वापस लेने की भी मांग की। आशाओं का कहना है कि उनकी ट्रेनिंग को फिर से एनजीओ के हवाले कर दिया गया है। जिस पर तत्काल रोक लगाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हे प्रशिक्षण दिया जाए।

Byte: इन्द्रा देउपा, जिलाध्यक्ष, आशा वर्कर एसोसिएशनConclusion:
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