पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में बारिश का कहर लगातार जारी है. पिथौरागढ़ में भूस्खलन के चलते 40 से ज्यादा सड़कें बाधित हैं. इसमें पिथौरागढ़ जिले की लाइफलाइन कहा जाने वाला घाट-पिथौरागढ़ एनएच-9 भी मलबा आने से बंद बंद पड़ा है. मार्ग बंद होने से हजारों यात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं. वहीं प्रशासन सड़कों को खोलने का लगातार प्रयास कर रहा है.
एनएच-9 के बंद होने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. घाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से बाधित है. ये मार्ग 4 जगहों पर खतरनाक बना हुआ है, जहां लगातार भूस्खलन हो रहा है. ये अहम हाईवे बंद होने से पिथौरागढ़ आने-जाने वाले सैकड़ों वाहन घंटों तक जगह-जगह फंसे रहे.
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वहीं, धारचूला-तवाघाट, थल-मुनस्यारी सहित चीन सीमा को जोड़ने वाली 3 बॉर्डर रोड भी भारी मलबा आने से बंद हो गयी हैं. 3 दर्जन से अधिक ग्रामीण सड़कें भी पूरी तरह बंद पड़ी हैं. प्रशासन द्वारा पोकलैंड और जेसीबी मशीनों की मदद से सड़कों को खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं. आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर ने बताया कि जल्द ही सभी बंद पड़ी सड़कों को यातायात के लिए सुचारू कर लिया जायेगा.