पिथौरागढ़: विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते जिले के ख्वातड़ी निवासी 12 साल के साहिल को अपने दोनों हाथ गंवाने पड़े थे. साहिल की दादी अपने पोते को इंसाफ दिलाने के लिए 2 दिनों से कलेक्ट्रेट धरना स्थल पर भूख हड़ताल में बैठी हुई थी. मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन ने पीड़ित परिवार को बच्चे के इलाज के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता दिलाने का आश्वासन दिया. इसके बाद साहिल की दादी कलावती देवी ने अपनी भूख हड़ताल वापस ले ली है.
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में साहिल का इलाज चल रहा है. साहिल के पिता पेश से एक मजदूर हैं. वह अपने बेटे का इलाज कराने में असमर्थ हैं. ईटीवी भारत द्वारा इस खबर को प्रमुखता से उठाया गया था. इसके बाद कई लोग पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आए.