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जंगलों में लगी आग से रिहायशी इलाकों में आ रहे जंगली जानवर, बढ़ सकता है मानव वन्यजीव संघर्ष

उत्तराखंड में जंगलों की आग अब बेकाबू होती जा रही है. आग पर काबू पाने के लिए सरकार कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, लेकिन प्रदेशभर में जंगल की आग रुकने का नाम नहीं ले रही है.

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जंगलों में लगी आग के कारण रिहायशी इलाकों में आ रहे जंगली जानवर
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Published : Apr 8, 2021, 8:21 PM IST

पौड़ी/बेरीनाग: प्रदेश के जंगलों में इन दिनों आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. पहाड़ से लेकर मैदान तक जंगल आग से धधक रहे हैं. जंगलों में लगी आग के कारण अब बेजुबान जानवर भी अपनी जान बचाकर आवासीय बस्तियों की तरफ आने लगे हैं. पौड़ी के जल्लापानी के समीप काखड़ का एक माह का बच्चा जंगलों में लगी आग से अपनी जान बचता हुआ आवासीय बस्तियों की तरफ आ गया, जिसे स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सौंप दिया.

जंगलों में लगी आग के कारण रिहायशी इलाकों में आ रहे जंगली जानव

पौड़ी के खांडयूसैंड के समीप जल्लापनी में आज एक का काखड़ का छोटा बच्चा आवासीय बस्तियों की तरफ आ गया. जिस पर कुछ आवारा कुत्तों ने आक्रमण कर दिया. स्थानीय ग्रामीणों ने काखड़ के बच्चे को कुत्तों से बचाकर उसे सुरक्षित पर वन विभाग को सौंपा. स्थानीय निवासी अरुण ने बताया कि जंगलों में लगातार लग रही आग के कारण बेजुबान जानवर भी अब आवासीय बस्तियों की तरफ अपना रुख करने लगे हैं. ऐसे में प्रकृति का जो संतुलन है वह धीमे-धीमे बिगड़ने लगा है. उन्होंने संभावना जताई की आने वाले दिनों में गुलदार भी उनके घरों की तरफ आना शुरू कर देंगे. जिससे मानव-वन्य जीव संघर्ष बढ़ सकता है.

पढे़ं- उत्तराखंड : आईआईटी रुड़की के 60 छात्र कोरोना संक्रमित, पांच हॉस्टल सील

कुमाऊं मंडल में भी जंगलों में लगी आग कम होने का नाम नहीं ले रही है. बेरीनाग क्षेत्र के उडियारी बैंड, कोटमन्या, देवीनगर,त्रिपुरादेवी,राईआगर चैड़मन्या क्षेत्रों में जंगलों में लगी आग को वन विभाग के कर्मचारियों बुझाने में लगे हैं. वन दारोगा हयात सिंह रावत ने बताया कि जंगलों मेें आग लगाने वालों को पकड़ने के लिए टीम बनाई है. जिसके लिए लगातार छापेमारी अभियान भी चलाया जा रहा है.

पौड़ी/बेरीनाग: प्रदेश के जंगलों में इन दिनों आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. पहाड़ से लेकर मैदान तक जंगल आग से धधक रहे हैं. जंगलों में लगी आग के कारण अब बेजुबान जानवर भी अपनी जान बचाकर आवासीय बस्तियों की तरफ आने लगे हैं. पौड़ी के जल्लापानी के समीप काखड़ का एक माह का बच्चा जंगलों में लगी आग से अपनी जान बचता हुआ आवासीय बस्तियों की तरफ आ गया, जिसे स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सौंप दिया.

जंगलों में लगी आग के कारण रिहायशी इलाकों में आ रहे जंगली जानव

पौड़ी के खांडयूसैंड के समीप जल्लापनी में आज एक का काखड़ का छोटा बच्चा आवासीय बस्तियों की तरफ आ गया. जिस पर कुछ आवारा कुत्तों ने आक्रमण कर दिया. स्थानीय ग्रामीणों ने काखड़ के बच्चे को कुत्तों से बचाकर उसे सुरक्षित पर वन विभाग को सौंपा. स्थानीय निवासी अरुण ने बताया कि जंगलों में लगातार लग रही आग के कारण बेजुबान जानवर भी अब आवासीय बस्तियों की तरफ अपना रुख करने लगे हैं. ऐसे में प्रकृति का जो संतुलन है वह धीमे-धीमे बिगड़ने लगा है. उन्होंने संभावना जताई की आने वाले दिनों में गुलदार भी उनके घरों की तरफ आना शुरू कर देंगे. जिससे मानव-वन्य जीव संघर्ष बढ़ सकता है.

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कुमाऊं मंडल में भी जंगलों में लगी आग कम होने का नाम नहीं ले रही है. बेरीनाग क्षेत्र के उडियारी बैंड, कोटमन्या, देवीनगर,त्रिपुरादेवी,राईआगर चैड़मन्या क्षेत्रों में जंगलों में लगी आग को वन विभाग के कर्मचारियों बुझाने में लगे हैं. वन दारोगा हयात सिंह रावत ने बताया कि जंगलों मेें आग लगाने वालों को पकड़ने के लिए टीम बनाई है. जिसके लिए लगातार छापेमारी अभियान भी चलाया जा रहा है.

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