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पौड़ी: NCC अकादमी को लेकर आखिर क्यों विरोध में उतरे ग्रामीण, जानिए वजह

राज्य सरकार ने पौड़ी जिले के देवार गांव में एनसीसी एकादमी बनाने का फैसला किया है. जिसका देवार गांव के आसपास के गांवों ने विरोध शुरू कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने भी एनसीसी एकादमी के लिए जमीन दी है लेकिन उनका कहीं पर नाम नहीं हैं.

NCC अकादमी को लेकर ग्रामीणों का विरोध
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Published : Jul 14, 2019, 9:55 AM IST

पौड़ीः गढ़वाल कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौड़ी के देवार गांव में एनसीसी अकादमी खोलने जा रहा है, लेकिन एनसीसी अकादमी का देवार गांव के आसपास के गांवों के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस अकादमी के लिए 300 नाली भूमि उनकी ओर से निःशुल्क दी गई है, लेकिन सिर्फ देवार गांव का नाम दिया जा रहा है, जिसका वह पूरी तरह से विरोध कर रहे हैं और जब तक उनके गांव को इसका श्रेय नहीं दिया जाएगा वो विरोध करते रहेंगे.

NCC अकादमी को लेकर ग्रामीणों का विरोध

ग्रामीणों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा है कि एनसीसी अकादमी को भूमि देने से पहले गांव में इस विषय पर न चर्चा की गई और न ही किसी के सुझाव लिए गए. घोषणा होने के बाद जब यहां पर सर्वे किया जा रहा था तब उन्हें इसकी जानकारी मिली.

पढ़ें- अब फरियादियों को नहीं होना पड़ेगा परेशान, तय समय पर कार्यालय में मिलेंगे सरकारी अधिकारी

ग्रामीणों की मांग है कि एनसीसी अकादमी को दी गई भूमि के लिए श्रेय उनके गांव को मिले और इसके निर्माण से पहले उनकी शर्तों का भी ध्यान रखा जाए. सड़क से उनके गांव तक जाने वाले रास्ते और उनके खेत सभी का ध्यान रखा जाए और अगर ऐसा नहीं किया गया तो पूरी तरह विरोध करेंगे.

पौड़ीः गढ़वाल कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौड़ी के देवार गांव में एनसीसी अकादमी खोलने जा रहा है, लेकिन एनसीसी अकादमी का देवार गांव के आसपास के गांवों के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस अकादमी के लिए 300 नाली भूमि उनकी ओर से निःशुल्क दी गई है, लेकिन सिर्फ देवार गांव का नाम दिया जा रहा है, जिसका वह पूरी तरह से विरोध कर रहे हैं और जब तक उनके गांव को इसका श्रेय नहीं दिया जाएगा वो विरोध करते रहेंगे.

NCC अकादमी को लेकर ग्रामीणों का विरोध

ग्रामीणों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा है कि एनसीसी अकादमी को भूमि देने से पहले गांव में इस विषय पर न चर्चा की गई और न ही किसी के सुझाव लिए गए. घोषणा होने के बाद जब यहां पर सर्वे किया जा रहा था तब उन्हें इसकी जानकारी मिली.

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ग्रामीणों की मांग है कि एनसीसी अकादमी को दी गई भूमि के लिए श्रेय उनके गांव को मिले और इसके निर्माण से पहले उनकी शर्तों का भी ध्यान रखा जाए. सड़क से उनके गांव तक जाने वाले रास्ते और उनके खेत सभी का ध्यान रखा जाए और अगर ऐसा नहीं किया गया तो पूरी तरह विरोध करेंगे.

Intro:गढ़वाल कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर पौड़ी में आयोजित हुई स्वर्ण जयंती समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पौड़ी पहुंचे थे जहां उन्होंने अपनी घोषणा में पौड़ी के देवार गांव में एनसीसी अकादमी खोलने की बात कही थी इसके बाद पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल बन गया था लेकिन देवार गांव के समीप वाले गांव गणियां के ग्रामीणों ने इस अकादमी के बनने का विरोध शुरू कर दिया है। दरअसल ग्रामीणों का आरोप है कि इस अकादमी को बनाने के लिए 300 नाली भूमि उनकी ओर से निशुल्क दी गई है लेकिन नाम देवार गांव का दिया जा रहा है जिसका वह पूरी तरह से विरोध कर रहे हैं और जब तक उन्हें गांव को इसका श्रेय नहीं दिया जाता वह इसका विरोध करते रहेंगे।


Body:पौड़ी से लगभग 10 किलोमीटर दूर देवार और गणियां गांव जो कि आस-पास के गांव हैं गणियां गांव में वर्तमान में 18 परिवार निवास करते हैं जिन्होंने एनसीसी अकादमी के लिए निशुल्क 300 नाली भूमि दी है लेकिन श्रेय पास के गांव देवार को दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि एनसीसी अकादमी को भूमि देने से पहले गांव में इस विषय पर ना ही चर्चा की गई और ना ही किसी के सुझाव दिए गए। घोषणा होने के बाद जब यहां पर सर्वे किया जा रहा था तब उन्हें मालूम हुआ कि एनसीसी का आदमी को दी गई भूमि उनके गांव की ओर से दी गई है।


Conclusion:ग्रामीणों की मांग है कि एनसीसी अकादमी को दी गई भूमि के लिए श्रेय उनके गांव को मिले और इसके निर्माण से पूर्व उनकी शर्तों का भी ध्यान रखा जाए। सड़क से उनके गांव तक जाने वाले रास्ते उनके खेत सभी का ध्यान रखा जाए यदि ऐसा नहीं होता है तो वह इसका इसके निर्माण का पूरा विरोध करेंगे
वन टू वन -सिद्धांत उनियाल
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