कोटद्वार: यमकेश्वर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत जहरीतल्ली के ग्रामीणों ने मूल-भूत सुविधाओं के अभाव में मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है. जिसमें ग्राम वासियों ने लिखा है कि सड़क नहीं तो वोट नहीं. साथ ही ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. वहीं मामले कि भनक लगते ही तहसीलदार ने पट्टी पटवारी को निर्देशित कर ग्रामीणों से वार्ता करने को कहा है. जहरीतल्ली गांव में लगभग 90 मतदाता हैं.
बता दें कि साल 2010 में सांसद सतपाल महाराज ने भिर्गुखाल बहोलगांव, जहरीमल्ली, जहरीतल्ली, तुन्ना एरोली, निसणी और तिमलायानी मोटर मार्ग की स्वीकृति दी थी, जिसके चलते 2011 में प्रथम चरण की 63 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई थी. लेकिन ग्रामवासी एवं विभाग के आपसी मतभेद के कारण शासन के आदेश का उल्लंघन करते हुए तल्ली मोटर मार्ग की दिशा बदल दी गई.
ग्रामीणों का कहना है कि कभी कोई बुजुर्ग बीमार भी हो जाते हैं तो उनको 3 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई में चारपाई या घोड़े-खच्चर पर ले जाकर मुख्य सड़क तक पहुंचा जाता है. जहां से उन्हें कोटद्वार या ऋषिकेश उपचार के लिए ले जाया जाता है, जिस कारण ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मतदान बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि रोड नहीं तो वोट नहीं.
वहीं मामले में तहसीलदार कैलाश का कहना है कि ऐसा कोई मामला है नहीं है. फिर भी पट्टी पटवारी को गांव में भेजकर ग्रामीण से वार्ता की जाएगी और उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा.