कोटद्वार: जनपद पौड़ी के रिखणीखाल के सुदूरवर्ती गांवों में बाघ का आतंक बदस्तूर जारी है. बाघ के आतंक के चलते लोगों में दहशत का माहौल है. यही नहीं ग्राम मरगांव पातल (सेरोगाढ) निवासी मनवर सिंह रावत (68) पर बाघ ने अचानक घर के पास हमला कर दिया. लेकिन मनवर सिंह रावत ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने कुदाल से बाघ पर हमला कर दिया. जिसके बाद बाघ वहां से भाग गया. लेकिन बाघ के हमले में मनवर सिंह घायल हो गए.
गौर हो कि घटना सुबह की समय की बताई जा रही है. जैसे ही घर के पास मनवर सिंह रावत (68) पर बाघ ने हमला किया, वैसे ही उन्होंने कुदाल से बाघ के सिर पर लगातार प्रहार कर दिया. जिससे बाघ पीछे हटने को मजबूर हो गया और वहां से भाग गया. बताया जा रहा है कि मनवर सिंह और बाघ के बीच काफी देर तक संघर्ष हुआ. बाघ के हमले में मनवर सिंह का पैर जख्मी हुआ है. घटना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और ग्रामीणों ने मनवर सिंह से हालचाल जाना. जिसके बाद वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई.
बता दें कि पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल धुमाकोट ब्लाॅक में पिछले कई दिनों से इलाके में बाघ का आतंक बना हुआ है. रोज कहीं न कहीं बाघ के हमले की घटना हो रही हैं, वन विभाग की टीम बाघ को नहीं पकड़ पा रही है. वहीं क्षेत्र में बाघ के आतंक से लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं. लोगों ने जल्द वन विभाग से बाघ के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है. वहीं वन विभाग के कर्मी बाघ की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं. इसके बावजूद बाध लोगों को निशाना बना रहा है. जिससे स्थानीय लोग डर के साए में जीने के लिए मजबूर हैं.
पौड़ी में गुलदार का आतंक: पौड़ी शहर के वार्ड 11 के गड़ोली में अब भी पिंजरे नहीं लगे हैं, जबकि क्षेत्र में अब भी गुलदार दिखाई दे रहा है. जिससे लोग दहशत में हैं. लोगों का आरोप है कि वन विभाग की टीम यहां न तो गश्त कर रही है और ना ही गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए हैं. हालांकि गुलदार प्रभावित क्षेत्र में डीएम ने स्कूल बंद करने के आदेश जारी किये हैं. पौड़ी शहर के नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड 11 में बीते मंगलवार को गुलदार ने घर के आंगन में अपने 8 साल के भाई के साथ खेल रही 10 साल की आरूषी पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था. जिसके बाद उसे जिला अस्पताल पौड़ी लाया गया. जहां किशोरी के स्वास्थ्य में खास सुधार नहीं हुआ. वहीं परिजनों ने डीएम पौड़ी डॉ. आशीष चौहान से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है. जिस पर डीएम ने पीड़ित परिवार को किशोरी को बेहतर इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती करने को कहा है.