पौड़ी: प्रदेश के कई हिस्से अभी भी ऐसे हैं जहां दूर-दूर तक लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं हो पा रही हैं. इसके चलते गुरुवार को जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओं ने मिलकर कॉलेज प्रशासन से स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने की मांग की है. छात्रों का कहना है कि कॉलेज में एक डॉक्टर की तैनाती होनी चाहिए, जिससे इमरजेंसी में पीड़ित छात्रों का इलाज हो सके.
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दरअसल छात्रों के स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग ने तूल पकड़ लिया है. गुरुवार को कॉलेज में सेमीनार का आयोजन किया गया. जिसमें मंच से एक छात्रा अचानक बेहोश होकर गिर गई. हैरानी की बात तो यह थी कि इलाज के लिए वहां कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं था. कॉलेज में कोई डॉक्टर न होने के चलते छात्रा को उपचार के लिए कॉलेज से पौड़ी ले जाना पड़ा. वहीं जिस एंबुलेंस में छात्रा को भेजा गया, उस एंबुलेंस में लगे उपकरणों को चलाने वाला कोई कर्मी उपलब्ध नहीं था. छात्रा की हालत अधिक बिगड़ने पर पौड़ी पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई.
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सभी विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रशासन से मांग है कि जो घटना उनके कॉलेज में हुई वह आने वाले समय में किसी भी छात्र-छात्राओं के साथ नहीं होनी चाहिए. इसके लिए कॉलेज प्रशासन को बेहतर डॉक्टर और स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था करनी होगी. छात्रों में इस घटना को लेकर रोष है. उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन के ढीले रवैये से छात्रा की मौत हुई है.
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वहीं इस मामले में कॉलेज के रजिस्ट्रार एचएस भदौरिया ने कहा कि कॉलेज प्रशासन लंबे समय से डॉक्टरों की मांग को लेकर विज्ञापन जारी कर रहा है, लेकिन अभी तक कोई भी डॉक्टर यहां आने को तैयार नहीं हुया. जिसके चलते छात्र-छात्राओं को परेशान होना पड़ता है. साथ ही उन्होंने कहा कि कॉलेज में जल्द ही चिकित्सक उपलब्ध कराने का वह पूरा प्रयास करेंगे.