कोटद्वार: कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति को गूगल-पे पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च करना भारी पड़ गया. जहां साइबर अपराधियों ने कस्टमर केयर का कर्मचारी बनकर व्यक्ति के खाते से चार लाख तीस हजार रुपये उड़ा लिए. पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कोतवाली प्रभारी नरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि पंकज नेगी, ग्राम ऐता दुगड्डा निवासी ने तहरीर दर्ज कराते हुए बताया है कि वो एलआईसी का एजेंट है. एलआईसी की धनराशि को पॉलिसी धारकों से एकत्रित कर जमा करता है. बीते एक अक्टूबर 2020 को उन्होंने अपने एसबीआई खाते से एलआईसी में गूगल पे के जरिये 1601 रुपये जमा किए थे, जो खाते से तो कट गए, लेकिन एलआईसी खाते में जमा नहीं हुए.
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गूगल पर सर्च कर उन्होंने गूगल पे कस्टमर केयर का नंबर हासिल किया. इस नंबर से बात करने पर कस्टमर केयर ने उन्हें एक ऐप खुलवाया और बताया कि पैसा खाते में आ जाएंगे, लेकिन उसके बाद भी खाते में पैसे तो नहीं आए. जबकि, दो खातों में से लाखों रुपये उड़ा लिए गए.
पीड़ित पंकज नेगी के उत्तराखंड ग्रामीण बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के भी गूगल पे इसी नंबर पर लिंक थे. पंकज नेगी के एक खाते से अस्सी हजार रुपये और दूसरे खाते से तीन लाख पचास हजार रुपये अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी गूगल पे कस्टमर केयर बनकर निकाल लिए. पीड़ित की तहरीर के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 बी, 66 सी/66डी आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.