श्रीनगर: बेस अस्पताल श्रीनगर के ब्लड बैंक को स्टेराइल कनेक्टिंग ट्यूब डिवाइस के जरिए और हाईटेक किया जा रहा है. इस सुविधा से उन मरीजों को फायदा मिलेगा, जिन्हें कम खून की जरूरत होती है. इसके साथ ही खून की बर्बादी को रोकने में भी मदद मिलेगी. जिस मरीज को कम खून की मात्रा की जरूरत होगी, उसे कम मात्रा में खून मिल सकेगा.
दरअसल, बेस अस्पताल श्रीनगर में ऐसे कई मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं, जिन्हें 50 एमएल से कम खून की जरूरत होती है. इनमें ज्यादातर बच्चे होते हैं, लेकिन इतनी कम मात्रा में खून को स्टोरेज नहीं किया जाता. सामान्य रूप से खून को 350 एमएल के बैग में स्टोरेज किया जाता है. यही बैग बाद में जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए दिए जाते हैं, लेकिन जिन मरीजों को कम खून की जरूरत होती है, उनके उपचार में दिए गए खून का पूरा उपयोग नहीं हो पाता.
ऐसे में कुछ खून बैग में ही रह जाता है, जो कि किसी अन्य मरीज के उपचार में इस्तेमाल नहीं हो सकता है. इस बर्बादी को रोकने के लिए ब्लड बैंक में स्टेराइल कनेक्टिंग ट्यूब डिवाइस लगाई जा रही है. मशीन की मदद से मरीजों को बैंक से उतना ही खून दिया जा सकेगा, जितनी उसको जरूरत है. बाकी खून ब्लड बैंक में ही स्टोर रहेगा, जो कि अन्य मरीज के उपचार में इस्तेमाल किया जा सकेगा.
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खून की बर्बादी पर लगेगी रोक: ईटीवी भारत से बात करते हुए बेस अस्पताल श्रीनगर के ब्लड बैंक प्रभारी डॉक्टर सतीश कुमार ने बताया कि स्टेराइल कनेक्टिंग ट्यूब डिवाइस (Sterile Connecting Tube Device) एक हाईटेक मशीन है, जो जल्द ही ब्लड बैंक को मिल जाएगी. जिसके लिए सभी आवश्यक और जरूरी कार्रवाई की जा चुकी है. इस मशीन के जरिए खून की बर्बादी रोकने में मदद मिलेगी.
उन्होंने बताया कि अब तक कम मात्रा में ब्लड नहीं मिल पाता था. मरीज और उनके तीमारदारों को एक यूनिट ब्लड का पाउच दे दिया जाता है, जबकि उन्हें कम ब्लड की जरूरत होती थी. इससे ब्लड की बर्बादी होती थी, लेकिन इस मशीन के जरिए कम ब्लड भी मिल सकेगा. जिससे खून की बर्बादी पर रोक लगेगी. इससे सबसे ज्यादा फायदा छोटे बच्चों को मिलेगा.